Bihar Election : CM राबड़ी देवी नहीं कर पाती थी सिग्नेचर!

Siddarth Saurabh
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Bihar Election : राजनीति में परिवारवाद के घनघोर विरोधी कर्पूरी ठाकुर के राज्य बिहार में लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बना दिया था। सीएम बनने के बहुत दिनों तक राबड़ी देवी सिग्नेचर नहीं कर पाती थी, राबड़ी देवी का सिग्नेचर कोई और करता था। इस बात का खुलासा वरिष्ठ पत्रकार अमरेंद्र कुमार ने अपनी पुस्तक “नीले आकाश का सच” में किया है।

बिहार में विधानसभा का चुनाव अपने चरम पर है। प्रथम चरण का मतदान हो चुका है, दूसरे चरण का होने वाला है। चुनाव प्रचार के दरमियान परिवारवाद और कर्पूरी ठाकुर के यहां पीएम के जाने के बाद राजनीति में परिवार का मुद्दा काफी गर्म है। परिवारवाद को लेकर खासकर बीजेपी हमलावर है। खासकर बिहार और झारखंड के अनसुने किस्से पर हाल ही में एक किताब आई है। इस किताब में इस बात का उल्लेख है कि राजनीति में परिवारवाद पर कर्पूरी ठाकुर का स्पष्ट विचार था कि एक परिवार से एक ही आदमी पॉलिटिक्स में होना चाहिए। लिहाजा जब उनसे उनके करीबी ने उनके ही बेटे की पॉलिटिक्स में एंट्री की बात की तो उन्होंने साफ कहा, दे दीजिए टिकट, मेरी ही सीट दे दीजिए। कर्पूरी ठाकुर के बिहार राज्य में चारा घोटाले में जब लालू प्रसाद पूरी तरफ फस गए तब उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी सीएम बना दिया था। अब उनके बेटे तेजस्वी सीएम कैंडिडेट है।

लालू यादव ने राबड़ी देवी को CM तो बना दिया लेकिन उनको शुरुआती दिनों में काफी परेशानी होती थी। अमरेंद्र कुमार ने अपनी पुस्तक में लिखते हैं कि लोग कहते थे कि प्रारंभिक दिनों में वे फाइल और सरकारी-पत्रों पर हस्ताक्षर करने में काफी असहज हो जाती थीं। (इक्कीस बड़ी देवी के हस्ताक्षर की चर्चाएँ भी होती थी), लेकिन धैर्य और लगन के बल पर वे यह काम भी बाद में बखूबी करने लगीं। वैसे कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि अपने मुख्यमंत्रित्व के प्रारंभिक काल में कामकाज का काफी बोझ रहने पर राबड़ी देवी का सिग्नेचर सी.एम. आवास में ही कोई और कर देता था। इसको लेकर अधिकारियों द्वारा अनौपचारिक सवाल भी खड़े किए जाते थे। लेकिन बाद में सबकुछ नॉर्मल हो गया। सरकारी फाइलों पर उनके हस्ताक्षर को कोई और किया करता था या नहीं, यह बात तो कोई एक्सपर्ट ही बता सकते हैं कि दोनों हस्ताक्षरों में कितनी असमानता थी।

हालांकि इस बात की चर्चा बजट के दरमियान राबड़ी देवी के बयान पर जदयू के नेता ललन सिंह ने करारा प्रहार किया था और कहा था की राबड़ी देवी को तो सिग्नेचर करना भी नहीं आता, वह बजट के बारे में क्या समझेंगी।

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