CM Hemant Soren Wife Kalpana Soren Sing a Song: झारखंड अपना 25वां स्थापना दिवस मना रहा है। 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बना था। झारखंड स्थापना दिवस के 25 साल होने पर रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्य आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन समारोह कार्यक्रम में सीएम सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का एक अलग अंदाज लोगों को देखने को मिला। कल्पना सोरेन ने बॉलीवुड की मशहूर सिंगर शिल्पा राव (Shilpa Rao) के साथ शाहरुख की फिल्म का गाना स्टेज पर गया। कल्पना सोरेन का यह अलग अंदाज का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
मुख्यमंत्री की पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन ने शिल्पी राव के परफॉर्मेंस की तस्वीरे एक्स पर शेयर करते हुए लिखा- बॉलीवुड की मशहूर गायिका और झारखंड की बेटी शिल्पा राव ने अपने शानदार परफॉर्मेंस से रजत वर्ष उत्सव को यादगार बना दिया। साथ ही अपने उनके साथ मंच पर आने की तस्वीर का कल्पना ने कैप्शन दिया, “झारखण्ड की बेटी, मशहूर सिंगर और नेशनल अवॉर्ड विजेता शिल्पी राव के साथ मंच पर एक छोटी सी कोशिश।
झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर और स्थापना दिवस की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए रविवार को मोरहाबादी मैदान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण थीं बॉलीवुड सिंगर शिल्पा राव, जिन्होंने अपने सुरों का जादू बिखेरा। परफॉर्मेंस के दौरान, शिल्पा राव ने विधायक कल्पना सोरेन को अपने साथ गाना गाने का ऑफर दिया। कल्पना सोरेन ने इस ऑफर को स्वीकार किया और माइक संभालकर स्टेज पर शिल्पा राव के साथ सुर मिलाए।
झारखंड स्थापना दिवस समारोह के दूसरे के राजकीय कार्यक्रम के दौरान हजारों की संख्या में दर्शकों के लिए झारखंड स्थापना दिवस समारोह के सबसे यादगार क्षणों में से एक यह था, जब बॉलीवुड की दमदार प्लेबैक सिंगर शिल्पा राव मंच पर अपने स्वर का जादू बिखेर रही थीं. इसी दौरान राज्य के मुख्यमंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में कल्पना सोरेन खुद, जनता के बीच से उठकर के उत्सव के उत्साह को अपने संगीत से दुगना कर दिया।
झारखंड को हुए 25 साल
झारखंड की स्थापना 15 नवंबर 2000 को हुई थी। यह भारत का 28वां राज्य है, जिसकी राजधानी रांची है. झारखंड का गठन बिहार से अलग होकर हुआ था। इसका मुख्य कारण था आदिवासी समुदायों की लंबे समय से चली आ रही मांग, जो अपनी सांस्कृतिक पहचान, भाषा, और प्राकृतिक संसाधनों पर अधिक नियंत्रण चाहते थे। क्षेत्र की आर्थिक उपेक्षा और विकास में असमानता ने भी अलग राज्य की मांग को बल दिया।
