संजय सिंह
नालंदा: राजगीर खेल एकेडमी में चल रहे बिहार वूमेंस एशियन हॉकी चैंपियन ट्रॉफी मैच के पांचवें दिन में भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान पर शानदार जीत दर्ज की। भारत ने जापान को 3-0 से हराया। यह भारत का लीग चरण का आखिरी मैच था, जिसमें टीम ने अपने प्रदर्शन की चमक बिखेरी और अब तक के सभी पांच मैच जीतकर अंक तालिका में शीर्ष स्थान बनाए रखा है।
सेमीफाइनल में भी भारतीय टीम का सामना जापान से ही होगा। यह मुकाबला मंगलवार को खेला जाएगा। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन किया है, पांच मैचों में पांच जीत और 15 अंकों के साथ वह आत्मविश्वास से भरी हुई है।
बिना गोल के रहा पहला हाफ
पहले हाफ में दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रहीं। लेकिन दूसरे हाफ में भारत ने अपना दबदबा दिखाया। उप-कप्तान नवनीत कौर ने 37वें मिनट में शानदार गोल से भारत को बढ़त दिलाई। इसके बाद, टूर्नामेंट की शीर्ष स्कोरर दीपिका ने 47वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके भारत की जीत सुनिश्चित कर दी।
भारतीय टीम की कप्तान सलीमा टेटे ने टीम के प्रदर्शन पर संतोष जताते हुए कहा कि, ‘जापान की टीम ने शानदार डिफेंस किया, लेकिन हमने धैर्य रखा और दूसरे हाफ में पूरी टीम ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। यह जीत हमारी मेहनत और समर्पण का नतीजा है। सेमीफाइनल में हम इसी लय को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे। हमें पता था कि पहले हाफ में गोल नहीं हो रहा है, लेकिन हमने हार नहीं मानी और टीम ने मिलकर कमाल किया। हर खिलाड़ी ने अपनी भूमिका निभाई, और यही हमारी ताकत है।’
दीपिका ने भारत के लिए किए दो गोल
भारत के लिए दीपिका ने कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने मैच में लगातार दो गोल किए। इस दमदार खेल के बाद खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने, ‘यह जीत खास है। गोल करना हमेशा सुखद होता है, लेकिन इसे पूरी टीम का प्रयास कहना ज्यादा सही होगा। दर्शकों का समर्थन हमें नई ऊर्जा देता है। सेमीफाइनल इतना आसान नहीं होगा, लेकिन हम पूरी तैयारी और सही माइंडसेट के साथ उतरेंगे। हमारे डिफेंस ने भी बेहतरीन काम किया, जिससे हमें अटैक का मौका मिला। मुझे खुशी है कि मैं अपनी टीम के लिए योगदान दे पाई। जब मुझे भारत की ‘शेरनी’ कहा गया, तो यह मेरे लिए गर्व का पल था। इससे हमें अलग ऊर्जा मिलती है।’
जापन के खिलाफ टीम इंडिया के लिए पहला गोल नवनीत कौर ने दागा था। मैच के बाद उन्होंने कहा, ‘बहुत अच्छा लग रहा है। टीम के लिए गोल करना हमेशा खास होता है। यह पूरी टीम के प्रयासों का नतीजा है। हमारी रणनीति साफ थी डिफेंस को मजबूत करना और सही समय पर अटैक करना। शुरुआत में गोल नहीं हो रहे थे, लेकिन हमने धैर्य नहीं खोया। सेमीफाइनल में भी हमारा फोकस ऐसा ही रहेगा। हर खिलाड़ी ने इस टूर्नामेंट में खुद को साबित किया है और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।’