लखनऊ : उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. सीओ सदर और एसपी संभल के पीआरओ को गोली लगी है. 25 से अधिक पुलिस कर्मियों समेत तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हैं. हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी हैं. 8वीं तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है. इस संबंध में डीएम डॉ.राजेंद्र पैंसिया ने आदेश जारी कर दिया है. मस्जिद के आसपास के इलाके को सील कर दिया गया है.पूरे इलाके में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस हिंसा में 25 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां एक पुलिसकर्मी की हालत नाजुक है. उधर, भीड़ में शामिल तीन युवकों की मौत हुई है. पुलिस के मुताबिक इनमें दो युवकों की मौत गोली लगने की वजह से हुई है. वहीं तीसरे की मौत भगदड़ में चोट लगने की वजह से हुई है. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने अराजक तत्वों की पहचान करते हुए दो महिलाओं समेत 15 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है. पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है.
ऐसे भड़की हिंसा
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह के मुताबिक सुबह 7 बजे जामा मस्जिद में सर्वे के लिए टीम पहुंची थी. इसके बाद देखते ही देखते वहां काफी भीड़ जमा हो गई. इतने में अलग अलग दिशाओं से आए उपद्रवी तत्वों ने हंगामा शुरू कर दिया. लोग पथराव और फायरिंग करने लगे. हालात को देखते हुए मौके पर मौजूद पुलिस पार्टी ने हल्का बल प्रयोग किया. इस दौरान आशू गैस के गोले छोड़े गए और पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने बताया कि यह घटना एक साजिश के तहत अंजाम दी गई. इसके लिए अराजक तत्वों ने पहले से तैयारी कर रखी थी.
सीओ और इंस्पेक्टर को लगी गोली
उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान अराजक तत्वों से की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई. जबकि सीओ सदर अनुज चौधरी और एसपी संभल के पीआरओ को पैर में गोली लगी. इसी प्रकार 25 से अधिक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए. उन्होंने बताया कि मस्जिद के बाहर हिंसा के बावजूद अंदर सर्वे का काम पूरा कर लिया गया और 10 बजे सर्वे टीम को सुरक्षित तरीके से यहां से निकाल कर उनके स्थान पर पहुंचा दिया गया. एसपी केके बिश्नोई के मुताबिक सर्वे के दौरान हिंसा का एक ही मकसद था कि किसी भी हाल में सर्वे ना होने दिया जाए.
भीड़ को काबू करने के लिए लाठी चार्ज
मुरादाबाद रेंज के डीआईजी मुनिराज जी के मुताबिक इस घटना में एसडीएम भी घायल हुए हैं. भीड़ ने चंदौसी सीओ समेत कई अधिकारियों की गाड़ियां फूंक दी हैं. अराजक तत्वों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. बावजूद इसके भीड़ काबू में नहीं आई तो लाठी चार्ज करना पड़ा. इस दौरान पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने साफ किया कि पुलिस ने ऐसे किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया है, जिससे किसी की मौत हो सके. उन्होंने बताया कि अराजक तत्वों ने 12-14 साल के बच्चों और महिलाओं को आगे कर इस हिंसा को अंजाम दिया है.
संभल में कैंप कर रहे हैं अधिकारी
हालात को देखते मंडलायुक्त मुरादाबाद, डीआईजी मुरादाबाद, एडीजी बरेली समेत तमाम बड़े अधिकारी संभल में कैंप कर रहे हैं. सुरक्षा बलों ने देर रात मस्जिद के आसपास के इलाके में फ्लैगमार्च किया. डीएम संभल के मुताबिक जिले में इंटरनेट सेवा बंद करते हुए लोगों को अफवाहों से दूर रहने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल हालात नियंत्रण में है. उधर, एसपी संभल ने बताया कि इस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें अरेस्ट करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है.