FENGAL : चक्रवाती तूफान फेंगल पुडुचेरी और तमिलनाडु में तटों से करीब 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टकराया. इसकी वजह से तमिलनाडु के साथ पुडुचेरी, कर्नाटक और दक्षिणी आंध्र प्रदेश में भारी बारिश शुरू हो गई है. पूर्वानुमान के मुताबिक, अलग-अलग क्षेत्रों में 3 दिसंबर तक बारिश होने की संभावना है. हालांकि फेंगल से कोई बहुत बड़ा नुकसान नहीं होने से तमिलनाडु और पुडुचेरी ने राहत की सांस ली है.
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान फेंगल शनिवार रात 10: 30 बजे से 11: 30 बजे के बीच 70-80 किमी से लेकर 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार कर गया. यह साढे़ 11 बजे उत्तरी तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के ऊपर केंद्रित था. यह धीरे-धीरे पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा. अगले कुछ घंटों के दौरान यह धीरे-धीरे कमजोर होकर गहरे दबाव में बदल जाएगा.
तमिलनाडु को बड़ी राहत
तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने बताया कि चक्रवात के बाद किसी बड़े नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे संबंधित विस्तृत जानकारी आज पता सामने आएगी. राज्य के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश हो रही है. जिसकी वजह से चेन्नई समेत कुछ इलाकों में पानी भी भर गया है, जिसे निकालने के लिए नगर निगम युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहा है.
चेन्नई एयरपोर्ट पर उड़ानें प्रभावित
चक्रवात के बाद चेन्नई एयरपोर्ट पर उड़ानें प्रभावित हुईं. भारी बारिश के बाद दो रनवे और एक टैक्सीवे में पानी भर जाने और चक्रवात फेंगल के कारण अधिकारियों ने सुबह 4 बजे तक उड़ानें रद्द कर दीं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 55 उड़ानें रद्द करने के अलावा 19 अन्य का मार्ग परिवर्तित किया गया. सेवाओं में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों उड़ानें शामिल हैं. इससे पहले दिन में, जब एयरपोर्ट चालू था, कम से कम 12 उड़ानों में देरी हुई.
कई इलाकों में बिजली गुल
वहीं चेन्नई में बारिश के बावजूद दूध की आपूर्ति और सफाई कर्मचारियों की सेवाएं जारी रहीं. तेज हवाओं के कारण अधिकांश क्षेत्रों में बंद हुई बिजली आपूर्ति धीरे-धीरे बहाल कर दी गई. 18 आपदा राहत दल संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात थे. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनके डिप्टी उदयनिधि स्टालिन ने कार्य योजना की समीक्षा की और उन्होंने मौके पर निरीक्षण किया.
अम्मा कैंटीनों में भोजन मुफ्त
स्टालिन ने जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए उत्तरी जिलों के जिला कलेक्टरों, शीर्ष नागरिक अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और चेंगलपेट जिले में एक राहत शिविर के लोगों से बात की. ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने बताया कि 2 लाख 32 हजार 200 लोगों को खाना बांटा गया है. 8 राहत शिविरों में निचले इलाकों के लगभग 200 लोगों को रखा गया था.
उदयनिधि ने कहा कि ‘आज सभी 386 अम्मा कैंटीनों में भोजन मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लगभग 334 स्थानों पर जलजमाव को दूर करने के लिए युद्ध स्तर पर 1,700 मोटर पंपों का उपयोग किया जा रहा है. 27 गिरे हुए पेड़ों को तुरंत हटा दिया गया. 22 सबवे में से 6 को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सबवे में जमा पानी को साफ करने का काम जोरों पर है.
आईएमडी-क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, अतिरिक्त महानिदेशक, एस बालचंद्रन ने बताया कि चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया शनिवार शाम लगभग 5.30 बजे शुरू हुई थी. भूस्खलन के क्षेत्र पर उन्होंने कहा कि यह ‘पुडुचेरी क्षेत्र’ के करीब है.
इन जिलों में होगी बारिश
आईएमडी ने फेंगल के प्रभाव से तमिलनाडु के कामेश्वरम, विरुंधमावडी, पुडुपल्ली, वेद्रप्पु, वनमादेवी, वल्लपल्लम, कल्लिमेडु, ईरावायल और चेम्बोडी जिलों में 3 दिसंबर तक भारी बारिश हो सकती है. वहीं प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में नेवी और एनडीआरएफ को लगाया गया है. साथ ही बाढ़ संभावित इलाकों में एनडीआरएफ की सात टीमें तैनात हैं. वहीं इमरजेंसी से निपटने के लिए टोल-फ्री नंबर 112 और 1077 भी जारी किए गए हैं.
पुडुचेरी में मूसलाधार बारिश
चक्रवात फेंगल के असर से पूरे पुडुचेरी में मूसलाधार बारिश हो रही है. कई इलाकों में पानी भर गया है, बिजली भी गुल हो गई है. सरकार ने पहले ही 12 लाख लोगों को मैसेज भेजकर अलर्ट रहने को कहा था. इसके अलावा आंध्र प्रदेश के नेल्लोर, चित्तूर, विशाखापट्टनम और तिरुपति सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. यहां भी बारिश हो रही है. साथ ही 50-60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलीं हैं. इसको देखते हुए पहले ही एक दिसंबर यानी आज तक समुद्र तटों को खाली करने का अलर्ट जारी किया गया था. कर्नाटक के उडुपी, चिक्कमगलुरु, चित्रदुर्ग समेत 16 जिलों में बारिश की जानकारी सामने आ रही है.