Mahakumbh 2025 : महाकुंभ में भगदड़ के बाद बड़े बदलाव, प्रशासन ने लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय

Siddarth Saurabh
  • पूरा मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित
  • प्रयागराज में दो सीनियर आईएएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति
  • पांच सचिव स्तर के पदाधिकारियों को भेजा जाएगा प्रयागराज
  • शहर में कई रास्ते किए गए वन वे, 4 फरवरी तक रहेगा प्रतिबंध

Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 में संगम तट पर हुई भगदड़ और दुखद मौतों के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए पांच बड़े बदलाव लागू किए हैं. अब पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिससे किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और चौकस किया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने शीर्ष प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें कई निर्देश जारी किए.

सीएम योगी ने महाकुंभ मेला की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के दो और सीनियर अधिकारियों को प्रयागराज में तैनात किया है. वर्ष 2019 के कुंभ मेला के दौरान मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी को शहर में तैनात किया गया है. इनके अलावा विशेष सचिव स्तर के पांच अन्य अधिकारियों को भी प्रयागराज भेजा जा रहा है. वे सभी इंतजामों पर नजर रखेंगे.

महाकुंभ स्नान को लेकर किए गए प्रमुख बदलाव

  1. मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन

प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में अब सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

  1. VIP पास हुए रद्द

किसी भी विशेष पास के जरिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा.

  1. रास्ते किए गए वन-वे

महाकुंभ मेला में श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू की गई है.

  1. वाहनों की एंट्री पर रोक

प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है. उन्हें एक अंतराल के बाद आगे जाने के लिए छोड़ा जा रहा है.

  1. 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध

प्रयागराज शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी. यह प्रतिबंध 4 फरवरी तक लागू रहेगी.

प्रशासन चौकस, तैयारी शुरू

मौनी अमावस्या की रात प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 श्रद्धालु घायल हुए हैं. हादसे से सबक लेते हुए प्रशासन ने बसंत पंचमी के लिए व्यापक इंतजाम करना शुरू कर दिया है. लखनऊ से सीनियर आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को तत्काल प्रयागराज महाकुंभ भेजा गया है. खासकर उनअधिकारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है जो प्रयागराज में तैनात रहे हो या फिर क्राउड मैनेजमेंट करने में माहिर माने जाते हैं.

प्रयागराज में मंडल आयुक्त रहे यूपीपीसीएल के अध्यक्ष आशीष गोयल और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी रहे भानु चंद गोस्वामी को महाकुंभ भेजा गया है. इसके अलावा कई और सीनियर आईएएस अधिकारियों को भेजने की तैयारी की जा रही है. आईपीएस सुजीत पांडेय सहित कई आईपीएस अधिकारियों को भी प्रयागराज भेजने की तैयारी है. हादसे को लेकर कल मुख्य सचिव और डीजीपी प्रयागराज जाएंगे घटना की समीक्षा करेंगे और आने वाले बसन्त पंचमी स्नान को लेकर के अधिकारियों के साथ कई राउंड की बैठक भी करेंगे.

किए गए पांच बड़े बदलाव

महाकुंभ में प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए पांच बड़े बदलाव लागू किए हैं. पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिससे किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. मेला DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन घोषित करते हुए सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है. इसके साथ ही VVIP पास रद्द करते हुए किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं देने का निर्णय लिया गया है.

4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध

श्रद्धालुओं के घाट पर स्नान को सुगम बनाने के लिए रास्ते वन-वे किए गए हैं. स्नान करने बाद जिस रास्ते से जाएंगे उस रास्ते से वापस अपने गंतव्य को नहीं आएंगे, बल्कि दूसरे रास्ते से लोग गंतव्य पहुचेंगे. 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध लगाते हुए शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी. ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए कुंभ करा चुके अधिकारियों की भी मदद ली जा सकती है.

2 फरवरी तक ट्रेनें निरस्त

रेलवे ने प्रयागराज आने वाली दर्जनों कुंभ विशेष ट्रेनों को 2 फरवरी तक निरस्त किया है. महाकुंभ में मौनी अमावस्या जैसा न हो हादसा, इसलिए प्रशासन ने बसंत पंचमी के लिए कड़े इंतजाम किए हैं. भारी -भीड़ और ट्रैफिक को देखते हुए पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और एमपी के माल वाहक वाहनों को 31 जनवरी की सुबह तक यूपी के सीमावर्ती जिलों जैसे सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, गाजीपुर और बलिया में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया गया है.

जिले की सीमा पर रुकेंगे वाहन

प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले सवारी वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी ने बैठक में निर्देश दिये कि 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान होना है. मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक गुरुवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करें. बसंत पंचमी के दृष्टिगत सुरक्षा व सुविधा से जुड़े हर एक बिंदु पर फोकस करें.

प्रशासन का आया बयान

प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में हुए बदलावों को लेकर प्रशासन का बयान सामने आया है. प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य कुंभ क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने में सहयोग करें.

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