IPL 2025 : एक लड़का टीवी के आगे बैठा उम्मीद-नाउम्मीदी के बीच झूल रहा था, फिर निराश होकर टीवी बन्द करके सोने की तैयारी करने लगा। तभी दोस्त का फोन आया कि उसे मुंबई इंडियन्स ने ले लिया है अपनी टीम में। पहले तो उसे यही लगा कि दोस्त लोग मस्ती-मज़ाक़ कर रहे हैं लेकिन फिर वेबसाइट चेक करने पर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इधर वह नींद में सपने देखने जा रहा था और उधर उसका जागती आँखों से देखा सपना सच हो गया। सपना रोहित शर्मा, बुमराह और हार्दिक पंड्या, जिनका वह फैन है, उनके साथ खेलने का। सपना, MI के एक्स हैंडल पर ऑफिशियल ट्वीट में अपना नाम देखने का,
वैसे वे कुलदीप यादव के भी बहुत बड़े फैन हैं।
IPL 2025 मेगा ऑक्शन सऊदी अरब के जेद्दा चल रहा था। विग्नेश पुथुर ने अपना बेस प्राइस 30 लाख रुपये रखा था, जो एक अनकैप्ड प्लेयर के लिये न्यूनतम है। (अनकैप्ड मतलब वे खिलाड़ी, जिन्होंने कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो)।
लेकिन पहले राउंड में किसी ने उन में रुचि नहीं दिखाई। इसीलिये विग्नेश को लगा था, इस साल बात नहीं बन सकी।
लेकिन accelerated round में आख़िरकार एमआई ने उन्हें अपने स्क्वैड का हिस्सा बना ही लिया।
24 साल के विग्नेश पुथुर की कहानी बिल्कुल वैसी है, जैसी यूपीएससी रिज़ल्ट आउट होने के बाद न्यूज़ चैनल स्टोरी चलाने के लिये ढूँढ़ते हैं
“रिक्शे-वाला का बेटा बना आईएएस”
विग्नेश के पिता सुनील कुमार एक ऑटोरिक्शा चालक हैं और माँ बिंदु पीके एक गृहिणी।
विग्नेश ने 11 साल की उम्र में क्रिकेट शुरू किया। एक स्थानीय क्लब क्रिकेटर, मोहम्मद शरीफ़ ने उन्हें कलाई की स्पिन गेंदबाजी आज़माने की सलाह दी। शुरुआत में उन्हें “चाइनामैन” का मतलब भी नहीं पता था, लेकिन उन्होंने अपनी कला को निखारा।
हालाँकि, उन्होंने केरल के लिए सीनियर लेवल तक पर डोमेस्टिक क्रिकेट नहीं खेला, बस अंडर-14, अंडर-19 और अंडर-23 लेवल पर ही खेला है।
विग्नेश ने 2024 में अल्लेप्पी रिपल्स के लिए KCL (केरल क्रिकेट लीग) में हिस्सा लिया था। पर उनका प्रदर्शन बहुत प्रभावी नहीं था। तीन मैचों में सिर्फ 2 विकेट। लेकिन उनकी चाइनामैन बॉलिंग वेरिएशन, ऑल राउंडर वाली क्षमता, गुगली और लेग-स्पिन ने MI स्काउट्स का ध्यान खींचा।
MI ने उन्हें मुंबई में ट्रायल के लिए बुलाया। वहाँ उन्होंने टीम के बड़े खिलाड़ियों को नेट्स में बॉलिंग की। पहले ट्रायल में उन्हें सिर्फ एक ओवर मिला, लेकिन उनकी प्रतिभा ने कोचिंग स्टाफ को प्रभावित किया। MI के हेड कोच महेला जयवर्धने ने उन्हें कुछ सुझाव दिए, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और टेक्निक सुधरी।
आज चाहे MI मैच हार गई हो, लेकिन विग्नेश ने साबित किया है कि वे इस मौक़े के हकदार थे, वेल डिज़र्विंग प्लेयर हैं।
अपने डेब्यू मैच में ही शानदार प्रदर्शन किया है उन्होंने। रोहित शर्मा की जगह इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में आकर विग्नेश ने 3 ओवर किये और तीन बड़े विकेट ले लिये। अपने पहले ही ओवर में विग्नेश ने कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को लॉन्ग-ऑफ पर विल जैक्स के हाथों कैच करा दिया। गायकवाड़ 26 गेंदों में 53 रन बनाकर शानदार फॉर्म में थे। फिर अगले ओवर में उन्होंने अपनी गुगली से शिवम दुबे को चकमा दिया, जो लॉन्ग-ऑन पर तिलक वर्मा को कैच दे बैठे, फिर ग्यारहवें ओवर में हुड्डा ने उनकी गेंद पर स्लॉग स्वीप खेलने की कोशिश की, लेकिन डीप स्क्वेयर लेग पर कैच आउट हो गए। उन्होंने 3 ओवर्स में सिर्फ 16 दिए।
यह उनका पहला प्रोफेशनल टी-20 मैच था, क्योंकि वे अभी तक केरल के लिए सीनियर डोमेस्टिक क्रिकेट नहीं खेल सके हैं। फिर भी आज प्रेशर में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।
SRH की धुआंधार पारी तो मैंने मिस कर दी। पर यह लड़का काफ़ी प्रॉमिसिंग लगा आज मुझे।