Pahalgam Terror Attack : वाघा बॉर्डर और एयरस्पेस बंद…भारत के एक्शन पर पाकिस्तान ने क्या-क्या लिए फैसले

Bindash Bol

Pahalgam Terror Attack :जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के एक्शन से पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में गुरुवार को इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक हुई। इस बैठक में पाकिस्तान की तरफ से कई बड़े फैसले लिए गए। दरअसल, बुधवार को सीसीएस की बैठक में भारत ने अटारी चेक पोस्ट बंद करने और पाकिस्तानी लोगों को भारत छोड़ने के लिए कहा था।

पाकिस्तान सरकार ने कही ये बात
पाकिस्तान सरकार ने कहा कि अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर यानी जंग की तरह माना जाएगा। वहीं पाकिस्तान ने कहा कि हम किसी भी आतंकवादी गतिविधि की निंदा करते हैं। इसके अलावा शिमला समझौता 1972 को भी स्थगित करने की चेतावनी दी है।

पाकिस्तान ने लिए ये फैसले

पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर को बंद करने का ऐलान किया है।
SAARC वीज़ा योजना के तहत भारत के लोगों को जारी सभी वीजा रद्द करने का ऐलान किया।
इस्लामाबाद स्थित भारतीय सैन्य, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को ‘अवांछनीय व्यक्ति’ घोषित कर 30 अप्रेल तक देश छोड़ने को कहा।
पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग में स्टाफ की संख्या 30 तक सीमित की गई।
भारत के लिए एयरस्पेस बंद करने का फैसला लिया है।
भारत के साथ हर तरह के व्यापार को रोका गया है, चाहे वह किसी तीसरे देश के रास्ते से हो।

PM मोदी ने नहीं किया था पाक एयरस्पेस का उपयोग

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सऊदी अरब से भारत लौटते समय पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) का उपयोग नहीं किया। हालांकि, पीएम मोदी ने सऊदी अरब जाते समय 21 अप्रेल को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग किया था।

पाकिस्तान का एक्स अकाउंट किया ब्लॉक
भारत ने पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक X अकाउंट को ब्लॉक कर दिया। यह कदम भारत के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुरोध पर उठाया गया, जिसके बाद X ने कानूनी मांग के जवाब में अकाउंट को भारत में निलंबित कर दिया। इसका मतलब है कि पाकिस्तान सरकार का एक्स अकाउंट अब भारत में नजर नहीं आएगा।

इस्लामाबाद में हुई बैठक

बता दें कि गुरुवार को पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक हुई। इस बैठक में तीनों सेनाध्यक्ष, सभी प्रमुख सिविल और सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

Share This Article
Leave a Comment