Dharm Pariwartan : चंदवारा : चंदवारा प्रखंड के बेंदी पंचायत अंतर्गत छतारा गांव में एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा दूसरे धर्म में शामिल होने पर गांव के लोगों द्वारा उनका सामाजिक बहिष्कार करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि गांव के नौ परिवारों ने दूसरा धर्म अपना लिया है।
चंदवारा प्रखंड मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित छतारा गांव सुदूरवर्ती वन क्षेत्र में पड़ता है और बिहार राज्य के निकट है। गांव के एक समुदाय विशेष के लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन का इस गांव में पहुंच कम होने के कारण धर्म प्रचारकों का आवागमन ज्यादा बढ़ गया है। यही कारण है कि गांव के नौ परिवारों ने अब स्पष्ट रूप से दूसरा धर्म अपना लिया है। इधर, दूसरा धर्म अपना चुके लोगों की अपनी दलील है। उनका कहना है कि उन्होंने स्वेच्छा से धर्म बदला है। पहले बीमारी इत्यादि से परिवार परेशान रहता था। उनसे कहा गया कि उनके धर्म में आने पर सब कुछ ठीक हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जब से दूसरा धर्म अपनाया है उनकी बीमारी ठीक हो गई है।
ज्ञात हो कि छातारा गांव में तकरीबन 40 परिवार निवास करते हैं। गांव में सिर्फ एक धर्म को मानने वाले एक ही जाति के लोग निवास करते थे। लेकिन नौ परिवारों के द्वारा दूसरा धर्म अपनाने के बाद लोगों के बीच आपसी समन्वय और तालमेल खतरे में पड़ गया है। जिन नौ परिवारों ने दूसरे धर्म को अपनाया है, अब गांव के बाकी लोग उनके यहां सुख-दुख में जाना छोड़ दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव की 80 प्रतिशत आबादी धर्मांतरण कर चुकी है। लेकिन जब उन लोगों ने सामाजिक स्तर पर धर्मांतरण को रोकने का बीड़ा उठाया तो कई परिवारों ने फिर से अपने पुराने धर्म में वापसी कर ली है। लेकिन राजेश भुइयां की अगुआई में अभी भी नौ परिवारों ने दूसरे धर्म को अपनाए हुए है।
उपायुक्त ने दिए जांच के निर्देश
धर्मांतरण और गांव वालों के द्वारा सामाजिक बहिष्कार का मामला संज्ञान में आने के बाद उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने चंदवारा प्रखंड विकास पदाधिकारी सुमित कुमार मिश्रा को जांच के आदेश दे दिए हैं।