Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश है और केंद्र सरकार पूरी तरह एक्शन मोड में आ चुकी है. पीएम मोदी कह चुके हैं कि भारत की आत्मा पर हमला करने वालों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. इसके बाद से पूरे देश को आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ कड़े एक्शन का इंतजार है. इस बीच आज यानी मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग हुई. पीएम मोदी के अगुवाई में हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल रहे.
इस बैठक में प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में निर्देश दिया है कि आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा दृढ़ राष्ट्रीय संकल्प है. पीएम ने भारतीय सैन्य बलों की पेशेवर क्षमताओं में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया. इसके साथ-साथ कहा कि हमारी जवाबी कार्रवाई का तरीका क्या हो, इसके टार्गेट्स कौन से हों और इसका समय क्या हो, इस प्रकार के ऑपरेशनल निर्णय लेने के लिए सैन्य बलों को खुली छूट है.
आतंकी हमले में 26 लोगों की निर्मम हत्या
यह आतंकी हमला 22 अप्रैल को हुआ था जब कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में अज्ञात आतंकियों ने फायरिंग कर 26 निर्दोष नागरिकों, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, की निर्मम हत्या कर दी थी. इस हमले को हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुआ सबसे बर्बर हमला माना जा रहा है. घटना में शामिल आतंकी वारदात को अंजाम देने के बाद जंगल की तरफ भाग निकले. घटना के बाद से पूरे देश की नजर सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई है.
गृह मंत्रालय में हुई बैठक
वहीं पहलगाम आतंकी हमले के बाद मंगलवार को गृह मंत्रालय में एक बैठक हुई. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सशस्त्र सीमा बल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
बुधवार को होगी सीसीएस की बैठक
बता दें कि बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक होगी. यह बैठक पहलगाम हमले के संदर्भ में बुलाई गई है. इसके अलावा, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक भी बुधवार को प्रस्तावित है. सीसीएस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे.
पहली सीसीएस की बैठक में उठाए थे ये कदम
इससे पहले पहलगाम हमले के अगले दिन 23 अप्रेल को सीसीएस की बैठक हुई थी. इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए गए थे. भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने का फैसला किया था. साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों को भी देश छोड़ने का आदेश दिया गया था. बैठक में यह स्पष्ट कर दिया गया था कि अगर तय मियाद के अंतर्गत पाकिस्तानी नागरिकों ने देश नहीं छोड़ा, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.