- राजपूत, भूमिहार और दलित…नीतीश की नई सरकार में किस जाति का है दबदबा?
Bihar Cabinet Ministers List 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बिहार में नीतीश कुमार ने आज गुरुवार को रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. नीतीश की नई कैबिनेट में 26 मंत्री शामिल किए गए. मुख्यमंत्री पद की शपथ के बाद सम्राट चौधरी ने सबसे पहले मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद विजय सिन्हा ने भी मंत्री पद की शपथ ली. सम्राट और विजय लगातार दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बने हैं. मंच पर पीएम मोदी के अलावा अमित शाह और जेपी नड्डा समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा 27 अन्य मंत्रियों में पद की शपथ ली. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तथा विजय सिन्हा के अलावा मंत्री बनने वालों विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, मदन साहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल, संतोष सुमन, सुनील कुमार, जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रामा निषाद, लखेंद्र कुमार रौशन, श्रेयसी सिंह, प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश के नाम शामिल हैं.
बिहार चुनाव 2025 में प्रचंड जीत के बाद नीतीश सरकार का गठन हो गया है. मुख्यमंत्री समेत 27 लोग कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. नीतीश कैबिनेट में जाति समीकरण का भी खूब ख्याल रखा गया है. राजपूत और दलित समुदाय से सबसे ज्यादा कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. इसके बाद भूमिहार और कुशवाहा को कैबिनेट में तवज्जो दी गई है. वैश्य समुदाय के भी 3 मंत्री कैबिनेट में शामिल किए गए हैं.
नीतीश कुमार की सरकार में यादव समीकरण को भी साधा गया है. 14 प्रतिशत आबादी वाले यादव समुदाय के 2 मंत्री बनाए गए हैं. जेडीयू कोटे से एक अल्पसंख्यक मंत्री भी बनाए गए हैं.
नीतीश कैबिनेट में किस जाति का कितना दबदबा?
- नीतीश कैबिनेट में 4 राजपूत मंत्री बनाए गए हैं. समुदाय से जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह, महुआ विधायक संजय कुमार सिंह, आरा विधायक संजय सिंह टाइगर और धमदाहा विधायक लेसी सिंह को कैबिनेट में शामिल किया गया है. इस बार राजपूत समुदाय से 32 विधायक चुनकर सदन पहुंचे हैं. अधिकांश विधायक एनडीए कोटे से ही जीतकर सदन पहुंचे हैं.
- 4 दलित को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है. दलित कोटे से भोरे विधायक सुनील कुमार, एमएलसी अशोक चौधरी, लखेंद्र रौशन और बखरी विधायक संजय पासवान कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. दलित समुदाय के 36 विधायक इस बार जीतकर सदन पहुंचे हैं.
- कुशवाहा और कुर्मी का भी कैबिनेट में खूब ख्याल रखा गया है. दोनों समुदाय के 6 लोग कैबिनेट में हैं. एक तो खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. वहीं कुशवाहा समुदाय से सम्राट चौधरी, सुरेंद्र मेहता और दीपक प्रकाश कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. कुर्मी समुदाय से श्रवण कुमार कैबिनेट में शामिल किए गए हैं.
- कैबिनेट में वैश्य समुदाय का भी ख्याल रखा गया है. इस समुदाय से दिलीप जायसवाल, नारायण प्रसाद, प्रमोद कुमार और अरुण शंकर प्रसाद (सूड़ी समुदाय) को मंत्री बनाया गया है. वैश्य समुदाय से सभी नेता बीजेपी कोटे से ही मंत्री बने हैं. वैश्य को बीजेपी का कोर वोटर्स माना जाता है.
- भूमिहार और ब्राह्मण कोटे से 3 मंत्री बनाए गए हैं. इस समुदाय से कैबिनेट में विजय कुमार चौधरी, मंगल पांडे और विजय सिन्हा कैबिनेट में शामिल किए गए हैं. कायस्थ समुदाय से नितिन नबीन को कैबिनेट में शामिल किया गया है. जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है. संतोष सुमन मुसहर समुदाय से आते हैं.
- निषाद और यादव समुदाय से 2-2 मंत्री बनाए गए हैं. निषाद समुदाय से मदन सहनी और रमा निषाद जबकि यादव समुदाय से रामकृपाल यादव और विजेंद्र यादव को कैबिनेट में शामिल किया गया है.
- कैबिनेट में महिला प्रतिनिधित्व का भी ख्याल रखा गया है. कैबिनेट में महिलाओं की तरफ से श्रेयसी सिंह, लेसी सिंह और रमा निषाद को मंत्री बनाया गया है. मुस्लिम कोटे से चैनपुर विधायक जमा खान मंत्री बनाए गए हैं.
