BPSC Candidates Protest : बिहार की राजधानी पटना में जुटे राज्य भर के BPSC अभ्यर्थियों के बीच में आकर के आंदोलन कर रहे प्रसिद्ध कोचिंग संचालक खान सर को शुक्रवार देर शाम पटना पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि करीब एक घंटे बाद खान सर के साथ अन्य लोगों को छोड़ दिया गया. दरअसल, खान सर को जब हिरासत में लिया गया, तब वह छात्रों के बीच आंदोलन में ही थे और छात्रों की बातों को सुन रहे थे. इससे पहले खान सर ने स्पष्ट रूप से कहा था कि वह छात्रों के हित के साथ हैं और इस पूरे आंदोलन में किसी भी और असमाजिक या माफिया को घुसने नहीं देंगे.
खान सर पटना में उन छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हैं, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. BPSC समेत कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले खान सर ने शुरू से ही BPSC की परीक्षा में कथित रूप से नॉर्मलाइजेशन अपनाए जाने की बात को लेकर के अपना मत जताया था और छात्रों के साथ खड़े हो गए थे.
हिरासत में लिए गए खान सर और गुरु रहमान
माना जा रहा है कि हालत पर काबू रखने और कानून-व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए स्थानीय प्रशासन में खान सर के साथ ही छात्र नेता दिलीप और एक अन्य कोचिंग संचालक गुरु रहमान को शुक्रवार देर शाम हिरासत में ले लिया था. इन तीनों को ही स्थानीय पुलिस गर्दनी बाग थाने के अंदर लेकर चली गई थी.
खान सर का नाम कोचिंग की दुनिया के बड़े नामों में शुमार किया जा है. न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में खान सर को जानने वाले की संख्या बहुत बडी है. खान सर देश-विदेश के कई प्लेटफार्म पर हिस्सा ले चुके हैं. उनकी कोचिंग के वीडियो भी वायरल होते रहते हैं. यूट्यूब पर उनके बहुत बड़ी मात्रा में सब्सक्राइबर भी हैं.
BPSC के सामने बड़ी संख्या में जुटे थे छात्र
शुक्रवार देर शाम पटना जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, BPSC के सामने शुक्रवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों द्वारा प्रदर्शन किया गया. इस दौरान लोक व्यवस्था भंग करने की कोशिश की गई. इस पर पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया गया. BPSC पटना ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया लागू नहीं की जाएगी, फिर भी अभ्यर्थियों द्वारा बहकावे में आकर प्रदर्शन किया गया.
छात्र नेता दिलीप कुमार को पटना पुलिस ने किया गिरफ्तार
अभ्यर्थियों का यह प्रदर्शन पूरी तरह से अफवाहों पर आधारित था और असामाजिक तत्वों के बहकावे में आकर किया गया था. पटना पुलिस ने छात्रों को भड़काने और कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने को लेकर दिलीप कुमार नाम के छात्र नेता पर मुकदमा दर्ज किया है और उसे गिरफ्तार भी कर लिया है. अब दिलीप कुमार को जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है.
जिला प्रशासन पटना सभी अभ्यर्थियों से यह अपील करता है कि अफवाहों पर ध्यान न दें, असामाजिक तत्त्वों के बहकावे में न आएं और BPSC द्वारा जारी सूचनाओं पर ही ध्यान दें. अन्य किसी भी सोर्स से मिली जानकारी को BPSC द्वारा दी गई सूचना से जांच लें. अब किसी भी प्रकार से कानून-व्यवस्था को हाथ में लेने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
क्या है BPSC में नॉर्मलाइजेशन? जिसे लेकर हो रहा बवाल
BPSC परीक्षा में जबसे नॉर्मलाइजेशन शब्द जुड़ा है, तबसे ही हंगामा शुरू हो गया है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर BPSC की परीक्षा में लागू होने वाले नॉर्मलाइजेशन का मतलब क्या है? जिसको लेकर इतना हंगामा हो रहा है. आसान शब्दों में कहा जाए तो नॉर्मलाइजेशन में जब परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बहुत अधिक है तो ऐसे में दो या उससे अधिक पाली में परीक्षा ली जाती है.
जब एक पाली में कुछ अभ्यर्थियों के कम नंबर आए हैं या सवाल में उनका अटेम्प भी कम रहेगा तो उस पाली को आयोग द्वारा कठिन माना जाएगा. वहीं दूसरी पाली में अगर ज्यादा नंबर आता है और अटेम्ट भी ज्यादा होते हैं तो इस पाली को आसान माना जाएगा. अब नॉर्मलाइजेशन लागू होने के बाद आसान पाली वाले के नंबर के हिसाब से मुश्किल पाली वालों के नंबर को बढ़ोतरी की जाएगी. इसी बात को लेकर इतना बवाल हो रहा है. अभ्यर्थियों का कहना है कि सामान्य ज्ञान तो जिसको जितना पता है, उतना ही जवाब देगा. बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन सही नहीं है.