BPSC Protest: बिहार में बीपीएससी छात्रों का प्रदर्शन रविवार को बड़ा रूप ले लिया. पटना के गांधी मैदान में धर्म संसद करने के बाद छात्र नीतीश कुमार से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने लगे थे लेकिन पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास ही छात्रों को रोक दिया. बातचीत का प्रयास किया और जब छात्र नहीं माने तो फिर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर उन्हें खदेड़ दिया. लाठीचार्ज में कुछ छात्रों को चोटें भी आई हैं. साथ ही प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी के अध्यक्ष समेत 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
बीपीएसी छात्रों के समर्थन में जन सुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर भी गांधी मैदान पहुंचे थे. इसके बाद छात्रों के साथ वो मुख्यमंत्री आवास की ओर से भी बढ़े थे. चर्चा है कि लाठीचार्ज होने से पहले वो जेपी गोलंबर से निकल चुके थे. बाद में उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों से बातचीत के लिए तैयार हो गई है. इसके लिए सदस्यीय डेलिगेशन मुख्य सचिव से बात करेगा.
प्रशांत किशोर बोले- सरकार बातचीत के लिए तैयार
प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार के प्रशासनिक अधिकारी यहां मौजूद थे, उन्होंने हमारे साथियों से बात की है और आश्वासन दिया है कि सरकार अभ्यर्थियों की मांगों पर चर्चा के लिए तैयार है. सरकार का कहना है कि छात्रों की 5 सदस्यीय कमेटी अभी मुख्य सचिव से बात करेगी ताकि उनकी समस्याओं और मांगों पर कुछ निर्णय लिया जा सके. अगर मुख्य सचिव से बात करने के बाद BPSC अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं होते हैं तो कल सुबह सभी एक साथ बैठेंगे. मैं छात्रों से अनुरोध करूंगा कि अभी ऐसा कुछ न करें जो कानून सम्मत न हो. अगर फैसला छात्रों के पक्ष में नहीं होता है, अगर छात्रों के साथ कोई अन्याय होता है तो हम पूरी ताकत से उनके साथ खड़े रहेंगे.
क्या है बीपीएससी छात्रों की मांग?
बीपीएससी छात्रों ने एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द कर उसे नए सिरे से कराने की मांग पर अड़े हैं. इसके अलावा प्रश्नपत्र की तैयारी से लेकर परीक्षा होने तक की पूरी प्रक्रिया की गहन जांच की भी मांग कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक एसओपी बने ताकि छात्रों को अनावश्यक रूप से परेशानी न उठाना पड़े. अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए एफआईआर में परीक्षार्थियों का नाम शामिल नहीं किया जाए.
छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर सियासत भी गरमा गई. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि सरकार ने कड़ाके की ठंड में युवाओं पर न केवल वाटर कैनन चलवाया बल्कि उनकी बेरहमी से लाठी भी चलवाई है. पुलिस ने किसी को भी नहीं बख्शा, बस ताबड़तोड़ तरीके से लाठियां बरसाती रही. बिहार में बेरोजगार युवा BPSC परीक्षा में धांधली के खिलाफ कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है. सरकार को अहंकार छोड़कर युवाओं से बात करनी चाहिए, उनकी मांग माननी चाहिए.