Champions Trophy: चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाने को तैयार पीसीबी, आईसीसी के सामने रखी ये शर्त

Bindash Bol

Champions Trophy: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अगले साल होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाने के लिए तैयार है, लेकिन उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के समक्ष के अहम शर्त रख दी है। आईसीसी और सदस्य देशों के बीच शुक्रवार को वर्चुअल बैठक हुई थी जिसमें क्रिकेट की वैश्विक संस्था ने पीसीबी को अल्टीमेटम दिया था। आईसीसी ने पाकिस्तान बोर्ड से कहा था कि यह तो वह चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी हाइब्रिड मॉडल के तर्ज पर करने के लिए तैयार हो जाए या फिर टूर्नामेंट से बाहर होने के लिए तैयार रहे।

चैंपियंस ट्रॉफी को होने में अब ज्यादा समय शेष नहीं है, लेकिन अब तक इसका कार्यक्रम जारी नहीं हो सका है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान के पास है, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस सुरक्षा का हवाला देते हुए इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल के तर्ज पर आयोजित किए जाने की चर्चा चल रही है। हालांकि, अब तक पीसीबी हाइब्रिड मॉडल को अस्वीकार करता आया है, लेकिन अब उसके सामने ज्यादा विकल्प बचे नहीं है।

एशिया कप में भी लागू हुआ था हाइब्रिड मॉडल
हाइब्रिड मॉडल को अगर मंजूरी मिलती है तो चैंपियंस ट्रॉफी में भारत सहित कुछ मुकाबले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हो सकते हैं। इससे पहले, पिछले साल एशिया कप का आयोजन भी हाइब्रिड मॉडल के तहत किया गया था जिसमें भारत के मुकाबले सहित खिताबी मैच श्रीलंका में हुआ था। माना जा रहा है कि क्रिकेट की वैश्विक संस्था जल्द ही इस बारे में कोई आधिकारिक एलान कर सकती है।

हाइब्रिड मॉडल की नीति 2031 तक लागू हो’
इस बीच, न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार पीसीबी सूत्रों ने बताया है कि पीसीबी अगले साल होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल स्वीकार करने के लिए तैयार है जिसमें भारत अपने मुकाबले दुबई में खेलेगा, लेकिन उसकी शर्त है कि आईसीसी यह नीति 2031 तक होने वाले उसके सभी टूर्नामेंट के लिए लागू करे। सूत्र ने साथ ही बताया कि बोर्ड हाइब्रिड मॉडल पर सहमत होने के लिए सालाना राजस्व चक्र में ज्यादा हिस्सेदारी की मांग भी कर रहा है। पीसीबी सूत्र ने कहा, मौजूदा स्थिति में पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने कहा है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल तभी स्वीकार करेगा अगर आईसीसी इस बात पर राजी हो कि भविष्य में सभी आईसीसी टूर्नामेंट इसी के तर्ज पर आयोजित होंगे जिसमें पाकिस्तान अपने मुकाबले खेलने के लिए भारत नहीं जाएगा।

सूत्र ने कहा, पाकिस्तान यह भी चाहता है कि आईसीसी बोर्ड राजस्व में वित्तीय चक्र में उसके हिस्से को 5.75 प्रतिशत से बढ़ा दे और नकवी इस पर अड़े हुए हैं, लेकिन उन्होंने मेजबानी के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं मांगा है। लोग कह रहे हैं कि नकवी ने अपनी सरकार से बात करने के बाद फिर बताने के लिए समय मांगा है। लेकिन हमें नहीं पता कि क्या वह सरकार के समर्थन से वहां गए थे और उन्होंने आईसीसी बोर्ड की वर्चुअल बैठक में अपना पक्ष रखने के लिए पहले ही उनकी मंजूरी मांगी थी।

भारत को 2031 तक कई टूर्नामेंट की करनी है मेजबानी

भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। आईसीसी की प्राथमिकता है कि जल्द से जल्द इसका रास्ता निकले। पीसीबी ने जो शर्त क्रिकेट की वैश्विक संस्था के सामने रखी है उसे मानना आसान नहीं है। भविष्य में ऐसे कई टूर्नामेंट है जिसकी मेजबानी भारत को करनी है। इनमें 2025 महिला वनडे विश्व कप, 2025 में पुरुषों का एशिया कप, 2026 में श्रीलंका के साथ मिलकर पुरुष टी20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी 2029 और बांग्लादेश के साथ 2031 वनडे विश्व कप की मेजबानी करना शामिल है।

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