Champions Trophy Final : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया है। इस नॉकआउट मुकाबले में टीम इंडिया ने 4 विकेट से दमदार जीत दर्ज की। इसके साथ ही, भारतीय टीम ने फाइनल में एंट्री मार ली है और पाकिस्तान की आखिरी खुशी भी छीन ली है। मेजबान होने के बावजूद पाकिस्तान इस टूर्नामेंट के फाइनल मैच का आयोजन अपने देश में नहीं करा पाएगा। 29 साल बाद किसी आईसीसी इवेंट की मेजबानी कर रहे पाकिस्तान का सपना था कि खिताबी मुकाबला लाहौर में ही हो, लेकिन अब इसे दुबई में खेला जाएगा।
पाकिस्तान के लिए बेइज्जती होना कोई नई बात नहीं है। कहीं ना कहीं कभी ना कभी उसकी इज्जत तार तार होती ही है। अब क्रिकेट के मैदान पर भी ऐसा ही होगा। बड़ी मुश्किल से तो करीब 29 साल बाद पाकिस्तान को किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी, वो भी आधी अधूरी ही दिखाई दी। क्रिकेट की दुनिया का सबसे बड़ा मुकाबला भारत बनाम पाकिस्तान दुबई में खेला गया और इसके बाद सबसे बड़ा मैच भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया भी पाकिस्तान में नहीं हो पाया। अभी और भी बेइज्जत होना बाकी है। चैंपियंस ट्रॉफी भी अब पाकिस्तान से उठाई जाएगी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड देखने के सिवा कुछ भी नहीं कर पाएगा।
दुबई में खेला जाएगा चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल
दरअसल जब आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी का शेड्यूल जारी किया था, तभी साफ कर दिया था कि भारत का सेमीफाइनल तो दुबई में होगा ही, साथ ही अगर भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में एंट्री कर ली तो खिताबी भिड़ंत भी दुबई में होगी। अब भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। न्यूजीलैंड बनाम साउथ अफ्रीका मैच का जो भी विजेता होगा, उससे भारत की टक्कर होगी। अभी फिलहाल की बात करें तो होस्ट यानी मेजबान होने के बाद चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान के लाहौर में है। लेकिन अब ये वहां से उठकर दुबई चली जाएगी। क्योंकि फाइनल वहीं होगा और जो भी टीम जीतेगी, उसे खिताब भी दुबई में ही मिलेगा।
नौ मार्च को होगी चैंपियंस ट्रॉफी की खिताबी भिड़ंत
चैंपियंस ट्रॉफी अभी तक लाहौर में इसलिए थी, क्योंकि अगर भारतीय टीम फाइनल नहीं खेल रही होती तो खिताबी मुकाबला यहीं के गद्दाफी स्टेडियम में खेला जाता। न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका में से एक टीम और इसके साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी भी अब दुबई के लिए रवाना होगी। इतने बुरे हालात इससे पहले आईसीसी टूर्नामेंट में कभी देखने को नहीं मिला कि जो देश मेजबान है, वहां ना तो फाइनल हो और ना ही आखिरी मैच में ट्रॉफी वहां पर हो। चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल 9 मार्च यानी रविवार को खेला जाएगा। इस बीच टीम इंडिया एक दिन के रेस्ट के बाद फिर से अपनी तैयारियों में जुटने जा रही है।
1000 करोड़ खर्च करके भी नहीं हुआ फायदा
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन करवाने के लिए दिन-रात एक कर दिए थे। बोर्ड ने टूर्नामेंट के लिए 3 स्टेडियम तैयार करने में करीब 1800 करोड़ पाकिस्तानी रुपये खर्च किए थे और उन्हें नया रंग-रूप दिया था। इस काम को पूरा करने में करीब 117 दिन लग गए थे। इसमें सबसे ज्यादा पैसा लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम पर खर्च किया गया था, क्योंकि यहां फाइनल मैच का आयोजन होना था। इसलिए बोर्ड ने 1800 करोड़ में से करीब 1000 करोड़ पाकिस्तानी रुपये सिर्फ इसी स्टेडियम के कायापलट में लगा दिए थे। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
इतनी मेहनत और खर्च के बाद पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी और पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने सपना देखा था कि उनकी टीम लाहौर में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताबी मुकाबला खेलेगी। उन्होंने अपने खिलाड़ियों से दोबारा ट्रॉफी उठाने की बात तक कह दी थी। लेकिन फाइनल तो छोड़िए पाकिस्तानी टीम यहां एक मैच भी नहीं खेल सकी। ग्रुप स्टेज में उसका कोई भी मैच लाहौर में शेड्यूल नहीं था। उसे लगा था कि आसानी से सेमीफाइनल पहुंचकर वो लाहौर में मैच खेलेगी लेकिन पहले राउंड से ही बाहर हो गई। इसके बाद उनके पास फाइनल का आयोजन अपने देश में कराने की एक आखिरी खुशी बची थी, वो भी भारतीय टीम ने छीन ली है।
टीम इंडिया लगातार तीसरी बार खेलेगी फाइनल
भारतीय टीम लगातार तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। साल 2013 में भारत ने फाइनल खेला था, तब इंग्लैंड को हराकर भारत ने इस खिताब पर भी कब्जा किया था। इसके बाद साल 2017 में भी टीम इंडिया फाइनल में पहुंची, हालांकि इस बार पाकिस्तान ने टीम इंडिया को हराकर खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद आईसीसी ने इस टूर्नामेंट को रोक दिया था। अब आठ साल बाद जब फिर से ये टूर्नामेंट शुरू हुआ है तो टीम इंडिया फिर से फाइनल खेलने की तैयारी में है।