Congress : अल्पसंख्यकों पर अत्याचार! भारत की स्थिति बांग्लादेश की तरह : राशिद अल्वी

Bindash Bol

Congress : कांग्रेस के बड़े नेता राशिद अल्वी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है जुल्म हो रहा है, ऐसे ही स्थिति अल्पसंख्यकों के साथ भारत में भी है. भारत की स्थिति बहुत खराब है. उन्होंने रविवार को बांग्लादेश में हिंदुओं और पूजा स्थलों पर हमलों की निंदा की और कहा कि भारत में स्थिति “बहुत खराब” है. यह स्पष्ट है कि बांग्लादेश में हिंदू भाइयों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. मंदिरों पर हमले हो रहे हैं तो भारत में भी यही स्थिति है. अल्वी ने कहा कि गुजरात में मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया गया और कब्रिस्तान गायब हो गए. उत्तराखंड से मस्जिदों के खिलाफ रिपोर्टें सामने आ रही हैं.

Congress के राशिद अल्वी ने कहा कि अजमेर दरगाह शरीफ के बारे में सवाल उठाए जा रहे हैं. उन्होंने पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की टिप्पणियों के जवाब में कहा कि भारत में ऐसी स्थितियां बांग्लादेश से कहीं ज्यादा खराब हैं. मुफ्ती ने रविवार को 24 नवंबर की संभल घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति की तुलना बांग्लादेश से की.

मंदिर की तलाश में मस्जिद को ध्वस्त करने की कोशिश
उन्होंने मस्जिदों और दरगाहों पर हाल ही में हुए दावों पर चिंता जताते हुए कहा कि आज मुझे डर है कि 1947 के समय जो स्थिति थी, हमें उसी दिशा में ले जाया जा रहा है. जब युवा नौकरी की बात करते हैं, तो उन्हें नौकरी नहीं मिलती. हमारे पास अच्छे अस्पताल, शिक्षा नहीं है. वे सड़कों की हालत नहीं सुधार रहे हैं, बल्कि मंदिर की तलाश में मस्जिद को ध्वस्त करने की कोशिश कर रहे हैं.

संभल की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण

अल्वी ने कहा कि संभल की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. कुछ लोग दुकानों में काम कर रहे थे और उन्हें गोली मार दी गई. वहीं अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर विवाद पर टिप्पणी करते हुए मुफ्ती ने कहा कि यहां सभी धर्मों के लोग प्रार्थना करते हैं, भाईचारे की सबसे बड़ी मिसाल है. अब वे मंदिर की तलाश में उसमें भी खुदाई करने की कोशिश कर रहे हैं.

भारत में भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार

बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित अत्याचारों के बारे में मुफ्ती ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. अगर भारत में भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होंगे, तो भारत और बांग्लादेश में क्या अंतर है? मुझे भारत और बांग्लादेश में कोई अंतर नहीं लगता. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही है, जिसमें एक पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद मंदिरों को नष्ट कर दिया गया है.

अल्पसंख्यक समूहों की सुरक्षा के बारे में चिंतित

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्थिति पर चिंता व्यक्त की है, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समूहों की सुरक्षा के बारे में चिंतित है. उत्तर प्रदेश के संभल की घटना के लिए मुगलकालीन मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी. झड़पों में चार लोग मारे गए और पुलिसकर्मियों और अधिकारियों सहित दर्जनों लोग घायल हो गए.

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