- ‘बिहार बिहान’ कार्यक्रम में देशभक्ति से ओत-प्रोत गीतों की प्रस्तुति
desh bhakti पटना : रविवार को दूरदर्शन बिहार का लोकप्रिय कार्यक्रम ‘बिहार बिहान’ सेना का शौर्य, ऑपरेशन सिंदूर और वतन-परस्ती के जज्बे पर केंद्रित रहा। सुप्रसिद्ध गायक-संगीतकार एवं बिहार संगीत नाट्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ शंकर प्रसाद ने देश भक्ति से ओत-प्रोत गीतों की सांगितिक प्रस्तुतियां दीं। उन्होंने झारखंड के शायर-कवि हिमकर श्याम की रचना ‘धुआँ-धुआँ है सारा मंज़र देख ज़रा, सेना का रण-कौशल तेवर देख ज़रा’ और ‘दिल में हिन्दुस्तान है, साँसों में हिन्दुस्तान है, ऐ वतन तेरे लिए यह जान भी क़ुर्बान है’ को राग दरबारी एवं राग भैरवी में आबद्ध कर प्रस्तुत किया। साथ ही भोजपुरी लोकगीत गीत ‘आजादी बलिदानी के कहानी कहिले ‘, ‘बबुआ ले ले अइह हमरो समान हो’ आदि भी सुनाया। नाल पर सुधांशु आनन्द ने और बाँसुरी पर मो. सरफुद्दीन ने संगत की। कार्यक्रम की संचालिका थीं अंकिता कुमारी एवं श्वेता सुरभि। हिमकर श्याम की रचनाओं को बहुत सराहा गया। कार्यक्रम की बुनावट एम प्रभाकर की थी। पटना दूरदर्शन के कार्यक्रम अधिशासी ललित कुमार इस कार्यक्रम के प्रोड्यूसर थे। दर्शकों का कहना है कि राष्ट्रीय भावना और देश भक्ति में सराबोर यह कार्यक्रम ऑपेरशन सिंदूर को अंजाम देने वाले हमारे सैन्य बल के शौर्य का उचित सम्मान है।