DEVKINANDAN THAKUR : देश में इन दिनों वक्फ बोर्ड की चर्चा जोरों पर है। चर्चित कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने बेंगलुरु में आयोजित मंदिर अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब वक्फ बोर्ड हो सकता है तो सनातन बोर्ड क्यों नहीं हो सकता? कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने मंदिरों को सरकारों के नियंत्रण से मुक्त करने और सनातन बोर्ड की स्थापना को लेकर एक बार फिर आवाज उठाई।
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सनातन बोर्ड नहीं बना तो जब सरकारें बदलेंगी तो मंदिरों में संरक्षण करना मुश्किल हो जाएगा, जिस तरह आज सम्भल में हालात हैं, वैसे हालात वापस भी आ सकते हैं। हिंदुओं को मंदिरों की रक्षा के लिए माला के साथ साथ भाला भी उठाना होगा और किसी भी हालत में देश के शंकराचार्य की अध्यक्षता में सनातन बोर्ड का गठन करना होगा।
देवकीनंदन ठाकुर ने मंदिर को सरकार के कंट्रोल से मुक्त करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर से राज्य सरकार को हर साल 500 करोड़ रुपये दिए जाते हैं लेकिन इस राशि का इस्तेमाल धर्म परिवर्तन और प्रसाद में मिलावट के लिए किया गया।