Dome City, Prayagraj : सनातन धर्म के लोगों के लिए महाकुंभ मेले का खास महत्व है। साल 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला लगने जा रहा है। इस बार मेले का आरंभ 13 जनवरी 2025 से होगा, जिसका समापन 26 फरवरी को होगा। संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए पहली बार डोम सिटी बसाई जा रही है। यह डोम सिटी न सिर्फ भारत में अपनी तरह की अनोखी है, बल्कि फाइव स्टार होटलों को भी पीछे छोड़ने की तैयारी में है।
बुलेटप्रूफ, फायरप्रूफ और पारदर्शी डोम में एक रात रुकने का किराया लाख रुपए से ज्यादा है। इन डोम्स की खासियत यह है कि आप रिमोट से इसकी छत के पर्दे हटाकर आसमान में चमकते तारों का आनंद ले सकते हैं। अरेल क्षेत्र में बनाई गई इस डोम सिटी में 22 बड़े स्ट्रक्चर हैं, जो जमीन से 15 फीट ऊंचाई पर बनाए गए हैं।
डोम सिटी में हर डोम को बेडरूम और ड्राइंग रूम दोनों के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। महाकुंभ के इस नए आकर्षण को लेकर बुकिंग जबरदस्त हो रही है। यह अनुभव एक राजा-महाराजा की कोठी में ठहरने जैसा अहसास देगा।
कितनी ऊंचाई पर बनाए गए हैं डोम?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाकुंभ क्षेत्र में मौजूद अरेल क्षेत्र में डोम सिटी की व्यवस्था की गई है। सिटी में 22 बड़े-बड़े स्ट्रक्चर बनाए गए हैं, जिसमें जमीन से करीब 15 फीट ऊंचाई पर फाइबर शीट से डोम तैयार किए गए हैं। डोम सिटी में एक साथ करीब 84 डोम और पौने दो सौ वुडन कॉटेज बनाए जा रहे हैं। हर डोम के नीचे चार-चार वुडेन कॉटेज बनाए जाएंगे।
डोम सिटी की खासियत
प्रत्येक डोम में एक बड़ा कमरा है, जिसे आप बेडरूम और ड्राइंग रूम दोनों तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। ये डोप बुलेट प्रूफ हैं, जिन्हें चारों तरफ से रंगीन पर्दे से ढका गया है। रिमोट के जरिए डोम के पर्दे खुलते और बंद होते हैं। हर एक डोम में टायलेट और बाथरूम भी अटैच्ड है। इसके अलावा प्रत्येक डोम के बाहर ओपन एयर स्पेस है, जहां आप कुर्सी और मेज लगाकर आसानी से बैठ सकते हैं। इस ओपन स्पेस से आप मां गंगा के दर्शन भी कर सकते हैं।
डोम सिटी में बड़ी यज्ञशाला और एक मंदिर भी बनाया जाएगा, जहां नियमित रूप से आरती की जाएगी। रोजाना शाम को डोम सिटी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारियां तेजी से चल रही हैं। इसके अलावा डोम सिटी में योगा करने के लिए अलग से जगह भी बनाई गई है।
एक डोम का कितना किराया है?
बता दें कि डोम के अंदर बेहद खूबसूरत सजावट की गई है। डोम सिटी में स्नान पर्व और उससे एक दिन पहले और अगले दिन का किराया एक लाख ग्यारह हजार रुपये के आसपास है। जबकि बाकी दिनों में डोम में एक रात रुकने के लिए इक्यासी हजार रुपये देने होंगे। आम दिनों में वुडन कॉटेज में रहने के लिए इकतालीस हजार रुपये देने होंगे। जबकि स्नान तिथि और महापर्व पर इकसठ हजार रुपये का किराया तय किया गया है। इस खर्चे में नाश्ते और खाने की व्यवस्था भी शामिल है।