Hazaribagh : हजारीबाग में गुरुवार को पांच वर्षों की सबसे भारी ओलावृष्टि दर्ज की गई, जिससे इलाके बर्फ की चादर से ढक गए. लगभग 45 मिनट की बारिश और ओलावृष्टि ने जनजीवन को प्रभावित किया और किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया. हालांकि लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली.
हजारीबाग को ‘छोटा शिमला’ कहा जाता है और गुरुवार शाम को यह उपमा साकार होती दिखी. जिले के दारू प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में गुरुवार शाम भारी ओलावृष्टि दर्ज की गई. ओलावृष्टि के कारण सड़कों पर बर्फ की मोटी परत जम गई. इलाके में अहले सुबह भी हल्की ओलावृष्टि हुई थी, जबकि शाम को लगातार 45 मिनट तक तेज ओलावृष्टि और बारिश हुई.
ओलावृष्टि के कारण चारों ओर केवल सफेद बर्फ ही दिखाई दे रही थी. जिले के अन्य क्षेत्रों में भी लगभग एक घंटे तक भारी बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. हालांकि इस बारिश से गर्मी से राहत जरूर मिली है.
40 दिन बाद बारिश से मौसम बना सुहावना
स्थानीय निवासी अविरल बिहारी ने बताया कि हजारीबाग में पिछले 40 दिनों से बारिश नहीं हुई थी, जिससे तापमान काफी बढ़ गया था और लोग परेशान थे. लेकिन अब बारिश होने से तापमान में गिरावट आई है और मौसम सुहावना हो गया है.
पांच साल में पहली बार इतनी भारी ओलावृष्टि
दारू प्रखंड के एक अन्य स्थानीय निवासी आशीष यादव ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में यह पहली बार है जब इतनी भारी ओलावृष्टि हुई है. खेतों, सड़कों और घरों की छतों पर केवल बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है. हालांकि इस ओलावृष्टि के कारण लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से किसानों को.
तापमान में गिरावट दर्ज
हजारीबाग जिले के अधिकांश क्षेत्रों में सुबह से ही बारिश जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है. बारिश और ओलावृष्टि के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. जहां बुधवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस था, वहीं गुरुवार को यह घटकर 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.