IITian Baba Abhay Singh : महाकुंभ में फेमस हुए आईआईटी बाबा अभय सिंह से नोएडा में बदसलूकी?

Sarvesh Kumar Srimukh

IITian Baba Abhay Singh : न्यूज़ नेशन के न्यूज रूम में आईआईटियन बाबा अभय सिंह के साथ जो हुआ वह फुहड़ है, घिनौना है, नीचता है। मीडिया को आखिर क्या दिक्कत है उस युवक से? समाज का ऐसा क्या अहित कर दिया है उसने कि यूँ उसे नेशनल टेलीविजन पर अपमानित किया जाय? केवल इतना ही न, कि आई आई टी के बाद उसे गृहस्थी रास न आई और वह साधुओं की संगत में चला गया? इससे किसी का क्या नुकसान हो गया?
आईआईटी से निकल कर कोई अपराधी हो जाय, बलात्कारी हो जाय, आतंकी हो जाय तो ठीक, और साधु हो गया तो बुरा हो गया? एक तरफ उन्ही चैनलों पर “माई बॉडी माई च्वाइस” के नाम पर छिनरपन का प्रमोशन होता है, और दूसरी ओर एक युवक के साधु हो जाने पर आपत्ति हो गयी? क्या दोहरा मापदंड है भाई?
गंजेड़ी है, भंगेड़ी है, नशा करता है, या वा… ओ भाई! अपने कुल खानदान में ही तलाश लो, अनेकों नशेड़ी मिल जाएंगे। तो? मार के भगा देते हैं आप उनको? नहीं न? फिर उनसे क्या दिक्कत है?
वह युवक ना किसी पद पर है, ना ही किसी बड़े मठ का महंत हो गया है। फिर उसके चरित्र को लेकर इतनी हाय तौबा क्यों? इस देश ने राशन कार्ड से लेकर जज बनाने तक के नाम पर हुई दैहिक लूट देखी है। उन महानुभावों के चरित्र को लेकर किसी को चिंता हुई? किसी चैनल के न्यूज रूम में उनसे प्रश्न पूछे गए? नहीं। और जिस टीवी चैनल पर दिन भर शराब और सोडे के विज्ञापन चलाये जाते हों, वह नशे पर विमर्श चलाएगा?
जाने कहाँ से चार बुड्ढे पकड़ लाये जो चिल्ला रहे हैं कि पाखंडी है, पाखंडी है… क्या पाखंड कर दिया भाई? किसका धन लूट लिया? किसका जीवन बिगाड़ दिया? किसका अहित कर दिया? भगवा पहन के गाँव के बक़रीबाजों की तरह गाली गलौज कर रहे हैं आप, लज्जा तो आपको आनी चाहिये। ढोंग तो आप कर रहे हैं भाई…
पन्द्रह दिन पहले राजस्थान में सैकड़ों लड़कियों के यौन शोषण कर चुके नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। पूरी प्लानिंग के साथ, लड़कियों को टारगेट कर के फंसाया गया और उसके बाद उनके साथ महीनों बलात्कार होता रहा… किसी चैनल वाले की औकात है कि उन अपराधियों का इस तरह से मीडिया ट्रायल कर सकें? डर से पेशाब कर देंगे! सारी औकात दिख जाएगी। ये केवल कमजोर के लिए काल हैं।
मेरी उस आईआईटियन युवक के ऊपर कोई विशेष श्रद्धा नहीं है। मैं उसका भक्त नहीं हो गया हूँ। लेकिन केवल साधु वेश धारण कर लेने के कारण इस देश में उसका जो अपमान हो रहा है, उससे चिढ़ हो रही है। वे उस युवक का अपमान नहीं कर रहे, वे उसके बहाने पूरी हिन्दू जाति का अपमान कर रहे हैं। इस देश का दुर्भाग्य यही है कि यहाँ ऐसे नफरती लोगों को अपना धंधा चलाने की छूट मिली हुई है।

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