India Israel Trade Relations : पियूष गोयल की इज़राइल यात्रा, आम भारतीय के लिए क्यों है यह खुशखबरी?

Bindash Bol

भारत-इस्राइल के रिश्तों में ऐतिहासिक कदम

मनोज कुमार

India Israel Trade Relations : भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल आज से 22 नवंबर तक इज़राइल के दौरे पर हैं, और साथ में लेकर गए हैं 60 से ज़्यादा भारतीय कारोबारियों का एक बड़ा दल।

यह कोई सामान्य दौरा नहीं है—यह दोनों देशों के बीच एक नए कारोबारी युग की शुरुआत है। और सबसे बड़ी बात—इसका सीधा फायदा आम भारतीय को ही मिलेगा!

इज़राइल के तेल अवीव में हो रहे इस भारत-इज़राइल व्यापार शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के बड़े उद्योगपति, नई कंपनियों के संस्थापक और सरकारी अधिकारी मिल रहे हैं। इस बैठक का मुख्य मकसद है—दोनों देशों के बीच व्यापार को आसान बनाना, नई तकनीकें साझा करना और एक-दूसरे के बाज़ार में निवेश के रास्ते खोलना।

भारत और इज़राइल ने औपचारिक रूप से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत शुरू करने के लिए “टर्म्स ऑफ़ रेफरेंस” पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसका मतलब साफ़ है—अब दोनों देशों के बीच #आयात-निर्यात पर लगने वाले टैक्स कम होंगे, कारोबार आसान होगा और भारतीय सामान इज़राइल में सस्ता हो जाएगा, वहीं इज़राइल की तकनीक भारत में सस्ती मिलेगी।

जल प्रबंधन और कृषि तकनीक में इज़राइल दुनिया का सबसे एडवांस देश है । वहाँ रेगिस्तान में भी सब्ज़ियां उगती हैं! भारत और इज़राइल के बीच अप्रैल 2025 में ही एक बड़ा कृषि समझौता हुआ है, जिसमें खेतों में पानी बचाने की तकनीक, बेहतर बीज और खाद्य प्रोसेसिंग पर सहयोग शामिल है।

इसका सीधा फायदा भारत के किसानों को होगा—कम पानी में ज़्यादा फसल!

इज़राइल की डिजिटल वित्तीय सेवाएं दुनिया में सबसे आगे हैं। भारत में भी #डिजिटल पेमेंट तेज़ी से बढ़ रहे हैं। इस सहयोग से भारत में और सुरक्षित, तेज़ और सस्ते डिजिटल वित्तीय समाधान आएंगे।

भारत पहले से ही इज़राइल से रक्षा उपकरण खरीदता है। अब दोनों देश मिलकर नई तकनीक विकसित करेंगे, जैसे ड्रोन, साइबर सुरक्षा और रक्षा प्रौद्योगिकी। हाल ही में BEL और इज़राइल की Reshef Technologies ने इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज़ बनाने के लिए समझौता किया है।

भारत के रक्षा उद्योग के लिये यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्रगति है ।
इलेक्ट्रॉनिक फ्यूज़ (Electronic Fuzes) मुख्य रूप से रक्षा और सैन्य उपकरणों में प्रयोग किए जाते हैं। यह एक ऐसा डिवाइस है जो गोला-बारूद, #मिसाइल, तोपखाने, टैंक, मोर्टार,टॉरपीडो और लॉइटरिंग म्यूनिशन जैसे विस्फोटक हथियारों में लगाया जाता है। इसका काम है विस्फोट को नियंत्रित और समय से करना, ताकि हथियार अधिक सटीक और प्रभावी हो।

भारत फार्मास्युटिकल्स में दुनिया का नेता है, जबकि इज़राइल की तकनीक इसे और बेहतर बना सकती है। इससे आम भारतीय को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां मिलेंगी।

इज़राइल ने भारतीय कंपनियों को 50 अरब डॉलर के मेट्रो प्रोजेक्ट में भाग लेने का न्योता दिया है। इसके अलावा, इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) से भारत का सामान सीधे #यूरोप जा सकेगा, जिसमें इज़राइल का बंदरगाह अहम भूमिका निभाएगा।

यह शिखर सम्मेलन सिर्फ सरकारी बातचीत नहीं है। इसका असर आपकी जेब पर, आपके खेत पर, आपके स्वास्थ्य पर और आपकी सुरक्षा पर पड़ेगा। जब दो लोकतांत्रिक देश, दो इनोवेशन हब मिलते हैं, तो नए रोज़गार बनते हैं, सस्ती और बेहतर सेवाएं मिलती हैं, और देश की ताकत बढ़ती है।

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