India Pakistan Military Warning: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान नक्शे पर अपनी जगह बनाए रखना चाहता है, तो राज्य समर्थित आतंकवाद तुरंत रोकना होगा। द्विवेदी ने राजस्थान के अनूपगढ़ में एक सैन्य चौकी पर जवानों को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि भारत इस बार कोई नरमी नहीं दिखाएगा। पाकिस्तान को आतंकी सरगनाओं को सरकारी मदद देने की आदत छोड़नी पड़ेगी। द्विवेदी ने कहा, “पाकिस्तान को सोचना होगा कि वह अपनी भौगोलिक पहचान बचाना चाहता है या नहीं। पाकिस्तान सरकार प्रायोजित आतंकवाद बंद करो, वरना हम
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) 1.0 जैसा संयम नहीं रखेंगे।” उन्होंने जवानों को तैयार रहने का निर्देश दिया और कहा, “ईश्वर ने चाहा तो जल्द मौका मिलेगा। शुभकामनाएं।” यह बयान पाकिस्तान के खिलाफ भारत की मजबूत नीति को दर्शाता है, जहां आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस है।
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह के उस दावे के बाद आया बयान
यह चेतावनी वायुसेना प्रमुख एपी सिंह के उस दावे के बाद आई, जिसमें उन्होंने मई के ऑपरेशन सिंदूर में 4-5 पाकिस्तानी जेट्स, जिसमें अमेरिकी F-16 और चीनी JF-17 शामिल थे, मार गिराने की बात कही। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को लंबी दूरी के हथियारों से पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी कैंपों पर सटीक हमला किया। इससे दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई।
10 मई को युद्ध विराम हुआ था
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायुसेना ने पाकिस्तान के 5 फाइटर जेट्स और एक बड़े AWACS विमान को नष्ट करने का दावा किया। पाकिस्तानी कमांडरों ने भारत से हमले रोकने की गुजारिश की, जिसके बाद 10 मई को युद्धविराम हुआ। द्विवेदी ने जोर दिया कि ऑपरेशन में निर्दोषों और सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। फोकस सिर्फ आतंकी कैम्पों, ट्रेनिंग सेंटर्स और उनके मास्टरमाइंड्स पर था।
भारत ने दुनिया को ऑपरेशन सिंदूर के सुबूत दिखाए
सेना प्रमुख ने कहा कि भारत ने दुनिया को ऑपरेशन सिंदूर के सुबूत दिखाए, वरना पाकिस्तान सच्चाई दबा देता। उन्होंने तीन अधिकारियों को सम्मानित भी किया। बीएसएफ की 140वीं बटालियन के कमांडेंट प्रभाकर सिंह, राजपूताना राइफल्स के मेजर रितेश कुमार और हवलदार मोहित गैरा को उनके योगदान के लिए विशेष पुरस्कार मिला। यह सम्मान ऑपरेशन की सफलता को रेखांकित करता है।
यह बयान पाकिस्तान के लिए चेतावनी
सेना प्रमुख का यह बयान पाकिस्तान के लिए कड़ी चेतावनी है, जो भारत की मजबूत नीति दिखाता है। आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस सही दिशा में कदम, लेकिन शांति प्रयास भी जरूरी है।
पाक के लिए सुलगते सवाल
अब पाकिस्तान इस चेतावनी का जवाब कैसे देगा? क्या ऑपरेशन सिंदूर 2.0 की आशंका से अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ेगा?
यह बयान भारत-पाक तनाव को वैश्विक संदर्भ देता है, जहां आतंकवाद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई अब मानक बन रही, जैसे इजरायल-हमास संघर्ष में हो रहा है।
