IPL 2025 : बंदरों के हाथ में अस्तुरा आ गया है…

Bindash Bol

रेहान अहमद
IPL 2025 : आज चेन्नई और आरसीबी का मैच का नतीजा जो भी हो, पर मैच खत्म होते ही इंटरनेट पर दोनो साइड के कुछ फैंस नंगा नाच शुरू कर देंगे,ये खुद को बुलाते है थाला और किंग के फैन।पर मुझे नहीं लगता कि क्रिकेट के इतिहास में इससे ज्यादा बेसलेस, सेंसलेस,और इलॉजिकल लड़ाई कभी हुई होगी। जिन्हें नहीं पता उन्हें मै एक बार इस लड़ाई का कॉन्टेक्स्ट समझा देता हू। IPL में दो टीमें है, एक आरसीबी और एक सीएसके। मै यहां ट्रॉफी का तो जिक्र भी नहीं करूंगा,आप बस इतना समझिए कि सीएसके जितनी बार फाइनल हार चुकी है (05), उतनी बार आरसीबी फाइनल में पहुंची भी नहीं है (3)। तो ये बहस तो यही खत्म हो जाती है कि RCB और CSK के बीच में किसी तरह की बेस्ट ऑफ दी बेस्ट वाली लड़ाई है।क्यूंकि हेड टू हेड मैचेज में भी सीधा सीधा आधे का फर्क है।यानी टीम बनाम टीम की लड़ाई का तो कोई तुक ही नहीं बनता, कमजोर की मजबूत से आखिर किस बात की लड़ाई हो सकती है।पर इन दोनों टीम्स के फैंस के बीच की लड़ाई का जो अगला, और सबसे बड़ा कारण है, वो तो इससे भी ज्यादा सेंसलेस है।

और वो लड़ाई है धोनी बनाम कोहली की। अब इस लड़ाई का हाल ये है कि दोनों तरफ से एक दूसरे के कपड़े फाड़े जाते है, वहा चोट की जाती है, जहां दोनों को सबसे ज्यादा दुख होता है। मतलब अगर इन दोनों के फैंस को कोई लड़ते देख ले तो यही सोचेगा कि, इन दोनों खिलाड़ियों के बीच कम से कम कोल्डवार तो होगी ही। पर हकीकत का इस बात से उतना ही फासला है, जितना RCB और IPL ट्रॉफी के बीच में।क्योंकि जिस कोहली को ये लोग धोनी से बेस्ट बताना चाहते है, वो कोहली खुद किसी भी इंटरव्यू में धोनी का नाम आते ही थाला थाला करने लगते है। कोहली खुद को धोनी का अप्रेंटिस यानी कि चेला बताने में भी नहीं झिझकते।मतलब जिस तरह से कोहली धोनी की इज्जत करता है,कोई भी नहीं कह सकता कि कोहली सपने में भी धोनी का कभी बुरा चाहेगा। धोनी का भी वही हाल है,जब कोहली सबसे बुरे दौर से गुजर रहे थे, तो सबसे पहले उनके पास धोनी का ही मैसेज आया था।जब धोनी को अपनी विरासत सौंपनी थी तो भाई साहब ने रोहित शर्मा को छोड़कर कोहली को चुना था।

तो सवाल ये उठता है कि जब लड़ने को कुछ है ही नहीं, तो फिर ये लड़ाई हर साल इतनी खूंखार रूप कैसे ले लेती है? तो इसका जवाब ये है कि, मोबाइल कुछ लोगो के लिए बंदर के हाथ में अस्तूरे की तरह है। इनके पास न तो ह्यूमर है, न ही कोई क्रिएटिविटी है, जिससे ये सोशल मीडिया में अपनी तरफ से कुछ कंट्रीब्यूट कर सके,पर रेलवेंट रहना है इन्हें, तो सबसे आसान होता है एक साइड चुनकर दूसरी साइड के लिए नफरती बाते करना।इसलिए ये लोग अपनी अपनी,साइड चुनते है,और फिर अपने अंदर की फ्रस्ट्रेशन, अंदर की नफरत, ज़हालत, को दुनिया में फैलाने में लग जाते है।अब जब एकतरफ का फैन इनकी नफरती पोस्ट देखता है तो उसे खुजली होती है कि,हम कैसे सुन ले ये सब, हमको तो जवाब देना ही देना है,और फिर ये जवाब देते है, इनका जवाब फिर दूसरी साइड के लिए सवाल और चैलेंज हो जाता है,और फिर एक लूप क्रिएट होता है, जो कभी खत्म नहीं होता।दिक्कत ये है कि आप इनको समझा नहीं सकते है, आप समझाने जाएंगे तो ये कहेंगे कि तुम उसको समझाओ पहले,किसी तरह से अगर दोनों समझ भी जाए, तो वो नहीं समझेंगे जिनको इस लड़ाई की वजह से व्यूज शेयर और डॉलर मिलते है, वो कोई धुंधादार एडिट बनाकर डाल देंगे, ये दोनों साइड के सूतिये फिर बिजी।

आप लाख कोशिश कर लीजिए,इन डेलुजनल सूतियों को कभी समझ नहीं आने वाला कि, ये जिनके लिए लड़ रहे है, उनकी आपस में ख़ूब छनती है, एक ने दूसरे को बनाया है, उसका मेंटर उसका गॉडफादर रहा है,एक हटा है तो,दूसरे के आने के लिए जमीन तैयार करके हटा है। पर सारे फैंस ऐसे नहीं है,कुछ समझदार लोग भी है। वो इस लड़ाई में अगर साइड चुन भी ले तो,कभी किसी की साइड में नारे लगाने नहीं जाते है,बल्कि बस बढ़िया आराम से,बैठ केर फैलकर मैच का मजा लेते है।पर दोनों साइड के कुछ सूतिए फैंस है, जो हर जगह,हर मैच हर मामले में आगे आगे कूदते रहते है, माहौल बनाते है कि बहुत बड़ी लड़ाई है। इन जज्बातों फैंस का इस्तेमाल जियो स्टार स्पोर्ट्स वाले एक ऐसी फेक रायवलरी क्रिएट करने में करते है,जो कि एक्चुअल ग्राउंड पर एक्जिस्ट ही नहीं करती। ये न होता,अगर एक साइड को भी ये बात ढंग से समझ आ जाए,पर ऐसा हुआ तो घाटा, जियो हॉटस्टार की दुकनदारी को भी होगा,शायद बंद भी हो जाए, पर ऐसा कभी होगा नहीं, क्योंकि इस देश में ज्यादातर बंदरों के हाथ में अस्तुरा आ गया है…

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