रेहान अहमद
IPL 2025 : कहानी कुछ यू थी कि हैदराबाद ने इस साल शुरुआत की थी किसी किसी शेर की तरह दहाड़ते हुए, और बाद के मैचों में मिमियाने लगे थे। IPL में हर टीम बड़ी टीम की एक आईडेंटिटी है, उसी आइडेंटिटी की वजह से उनका फैन बेस है। हैदराबाद की पहले अपनी कोई आईडेंटिटी नहीं थी, पर अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हेड ने नाम बनाया,रुतबा बनाया, खौफ कायम किया। एक नई आईडेंटिटी बनी, मॉन्सटर्स और दैत्यों की टीम की। फिर नए फैन आए जो इस आईडेंटिटी को चेरिस करते थे, सेलिब्रेट करते थे। पर इस साल दूसरी टीमें बेहतर प्लानिंग के साथ आई, बेहतर तरीके से एक्जीक्यूट किया अपने प्लान को। दैत्यों की टीम को बच्चों की टीम बना के रख दिया था। पर अभिषेक की ये इनिंग उसी आइडेंटिटी के लिए थी, पता नहीं बेचारा कितने मैच से ये पन्ना लेकर ढो रहा था, या फिर हर मैच में नया पन्ना लिखकर आता रहा होगा, पर इससे ये पता चलता है कि ये खिलाड़ी अपने टीम के फैंस की, अपनी टीम की आईडेंटिटी की किस कदर रिस्पेक्ट करता है।फ्रेंचाइजी और खिलाड़ी इसी तरह से बड़े बनते है, मैदान में परफॉर्मेंस मायने रखता ही है, पर आईडेंटिटी उसका नशा और उसका मजा अलग ही लेवल का होता है।और ये गेम दोनों तरफ से खेला जाता है, फैंस प्यार देते है, पर खिलाड़ी और टीम को उस प्यार के लिए लड़कर दिखाना पड़ता है, बाकी हार जीत तो लगी रहती है।
सनराइजर्स के शतकवीर अभिषेक शर्मा ने कहा कि “मैं चार दिनों तक बीमार था, मुझे बुखार था लेकिन मैं अपने आसपास युवराज सिंह और सूर्यकुमार यादव जैसे लोगों के होने के लिए बहुत आभारी हूं। वे वही थे जो लगातार मुझे फोन कर रहे थे क्योंकि वे जानते थे कि मैं ऐसा कुछ कर सकता हूं। मैंने मैसेज को आज ही लिखा है। मैं आमतौर पर सुबह उठता हूं और कुछ लिखता हूं। मेरे मन में अचानक विचार आया कि अगर मैं आज कुछ करूंगा, तो वह ऑरेंज आर्मी के लिए होगा। सौभाग्य से, आज मुझे लगा कि यह मेरा दिन था।”