IPL 2025 Final : दिल ना उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है,लंबी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है..

Bindash Bol

IPL 2025 Final : हर वो शाम जिस रोज़ सूरज ढल जाता है। और क्षितिज अंधेरों से भर जाता है। वह शाम आख़िरी शाम नहीं होती है। चाँद और तारें भी तो मुसाफ़िर का साथी होते हैं। वहीं तो जगाते हैं पूरी रात। दिखाते है नया रास्ता।

वेल डन श्रेयस अय्यर। एक कदम से तुम मात खा गए। वरना दुनिया आज देखती कि BCCI को झुकाने वाला एक खिलाड़ी अनकैप्ड खिलाड़ियों का झुंड लेकर स्वर्ण सिंहासन पर दावा कर बैठा था। तुम ऐसे ही खेलते रहो। तुम्हें देखना रोहित शर्मा को देखने जितना सुख देने लगा है।

तुम्हें देखकर विश्वास होता है कि रोहित और विराट के बाद हमारे पास उनका उत्तराधिकारी विश्वस्तरीय प्लेयर मौजूद है।
कल का पूरा क्षितिज तुम्हारा है।

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