Israel-Iran War : अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर किया हमला, ट्रंप बोले-अब शांति का समय है

Bindash Bol

Israel-Iran War : अमेरिका (America) ने ईरान (Iran) के 3 परमाणु ठिकानों (Nuclear Site) पर हमला किया है। फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) ने इसकी जानकारी दी है। ट्रंप ने हमले के बाद कहा कि अमेरिकी सेना ने फोर्डो पर बमों की एक पूरी खेप गिरा दी है। हमले के बाद सभी विमान सुरक्षित अपने बेस पर लौट आए हैं। हमारे महान अमेरिकी सेना को बधाई। दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है।

ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला


बता दें कि शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह तय करने में करीब दो हफ्ते तक का समय ले सकते हैं कि अमेरिका को इजरायल का साथ देना चाहिए या नहीं। अब उन्होंने साफ कर दिया है कि अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान में सफलतापूर्वक हमला किया है।

फोर्डो में B2 बॉम्बर गिराए

अमेरिकी न्यूज चैनल फॉक्स न्यूज के अनुसार, अमेरिकी सेना ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर 5 से 6 B2 बॉम्बर गिराए। इस्फहान और नतांज में 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें गिराई। CNN ने कहा कि हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की है।

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर किया ये पोस्ट

ट्रंप ने सौशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “सभी विमान अब ईरान की सीमा से बाहर आ चुके हैं। मुख्य ठिकाने फोर्डो पर बमों की पूरी खेप गिराई गई। सभी विमान सुरक्षित लौट रहे हैं।” उन्होंने अमेरिकी सेना की तारीफ करते हुए कहा, “हमारे बहादुर सैनिकों को बधाई। दुनिया में ऐसी कोई दूसरी सेना नहीं है जो यह कर सकती थी। अब शांति का समय है।”

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान पर हमला करने का मकसद उसे परमाणु बम बनाने से रोकना और दुनिया को परमाणु खतरे से बचाना था। राष्ट्रपति ट्रंप जब देश को संबोधित कर रहे थे, तब उनके साथ उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ भी मौजूद थे।

ईरान अमेरिका के लिए भी बड़ा खतरा

ट्रंप ने कहा, “मैंने पहले ही तय कर लिया था कि ईरान को कभी भी परमाणु हथियार नहीं बनाने दूंगा। ईरान सिर्फ इजरायल के लिए नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए भी बड़ा खतरा है।”

हूतियों ने कर दिया ऐलान

अमेरिकी हमले के बाद हूतियों ने अमेरिका के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। हूती विद्रोही नेता मोहम्मद अल फराह ने कहा कि अमेरिकी बमबारी जंग का अंत नहीं बल्कि शुरुआत है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब हिट एंड रन का वक्त जा चुका है।

तीनों साइट कितनी अहम

फोर्डो फ्यूल इनरिचमेंट प्लांट:
फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट ईरान के सबसे महत्वपूर्ण न्यूक्लियर प्लांट में से एक है। यह तेहरान से 125 मील दूर कौम शहर के पास है। यह एक पहाड़ के नीचे लगभग 300 फीट गहराई में बना हुआ है। इसे ईरान का “माउंट डूम” कहा जाता है, क्योंकि यह इतना सुरक्षित है कि इसे नष्ट करना लगभग असंभव माना जाता है। फोर्डो में अत्यधिक संवर्धित यूरेनियम का प्रोडक्शन होता है, जो परमाणु बम निर्माण के लिए बेहद अहम है।

हाल की IAEA रिपोर्टों से पता चला है कि ईरान ने फोर्डो में यूरेनियम का प्रोडक्शन 60% के स्तर तक बढ़ा दिया है। वहीं, दूसरी तरफ फोर्डो परमाणु साइट को लेकर इजराइली अधिकारियों ने यह दावा किया था कि अमेरिका के अलावा कोई देश इस साइट पर हमला नहीं कर सकता क्योंकि यह इस तरह से तैयार की गई है।

नतांज: यह ईरान का एक प्रमुख यूरेनियम संवर्धन स्थल है, जिस पर इजराइल ने हाल ही में हमला किया है। नतांज पर हमले से ईरान की परमाणु गतिविधियों पर असर पड़ सकता है। गैर-लाभकारी न्यूक्लियर थ्रेट इनिशिएटिव (एनटीआई) के अनुसार, नतांज में 6 जमीन के ऊपर की इमारतें और तीन अंडरग्राउंड संरचनाएं हैं, जिनमें से दो में 50,000 सेंट्रीफ्यूज रखे जा सकते हैं।

इस्फहान: यह ईरान की एक और महत्वपूर्ण परमाणु साइट है, जिस पर भी इजराइल ने हमला किया है। इस्फहान पर हमले से ईरान की परमाणु गतिविधियों को नुकसान पहुंच सकता है।

इस्फहान परमाणु साइट ईरान के सेंट्रल साइट पर है। यह देश का सबसे बड़ा न्यूक्लियर रिसर्च कॉम्पलेक्स है। एनटीआई के अनुसार, इस्फहान में 3,000 साइंटिस्ट कार्यरत हैं।

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