रमेश सिंह
jharkhand : झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन ने सोमवार को ‘पहले शरीयत, फिर संविधान’ संबंधी अपनी विवादास्पद टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया है। मंत्री हसन ने कहा कि यह गलत व्याख्या है और संदर्भ से बाहर है। हसन ने स्पष्ट किया, ‘मैंने ‘मैं’ नहीं कहा, मैंने ‘हम’ कहा। पूरा बयान देखिए। मैं एक मंत्री हूं; ‘हम’ में सभी शामिल हैं। एक मंत्री संविधान में विश्वास करता है और उसके अनुसार काम करता है।’ मंत्री हसन ने अपना बचाव करते हुए कहा कि अन्य धर्मों की तरह शरीयत भी लोगों के दिलों में स्थान रखता है, लेकिन यह संविधान का स्थान नहीं लेता है।
हर कोई इसे तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा
उन्होंने स्पष्ट किया, ‘शरीयत का भी अपना स्थान है। लोग हनुमान जी को अपने दिल में रखते हैं। यह कहने का एक तरीका है। मैंने भी कुछ ऐसा ही कहा। हर कोई इसे तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। जब आप पूरे 5-6 मिनट तक मेरी कही गई बातों को देखेंगे तो आपको पता चल जाएगा।’
बयान का गलत मतलब समझा गया
हसन ने इस बात पर भी जोर दिया कि एक मंत्री के तौर पर वे संविधान के अनुसार काम करते हैं। उनकी टिप्पणियों को कुछ लोगों ने गलत समझा है। उन्होंने लोगों से उनके बयान के संदर्भ को पूरी तरह से समझने का आग्रह किया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने की कार्रवाई की मांग
हसन की टिप्पणी से राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंत्री हसन द्वारा संविधान के खिलाफ की गई कथित टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है। विशेष रूप से अंबेडकर जयंती के अवसर पर जो बाबा साहेब को सम्मानित करने के लिए समर्पित दिन है।
कांग्रेस और JMM संविधान का मजाक उड़ाती है- मरांडी
झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंत्री हसन की विवादास्पद टिप्पणी पर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से स्पष्टीकरण मांगा है। मरांडी ने कहा, ‘यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस और जेएमएम संविधान की प्रति लेकर घूमते हुए संविधान का मजाक उड़ाते हैं। हफीजुल हसन के शब्दों से सच्चाई सामने आ गई है।’ उन्होंने आगे पार्टियों की आलोचना करते हुए दावा किया कि उनकी टिप्पणियों से संविधान के प्रति उनकी अवहेलना का पता चलता है।
आंदोलन करेगी बीजेपी
बीजेपी नेता मरांडी ने कहा, ‘इसलिए पार्टी मांग करती है कि कांग्रेस और झामुमो इस पर स्पष्टीकरण दे। ऐसे मंत्री को मंत्रिमंडल से हटा दें। बीजेपी इस मुद्दे पर झारखंड में आंदोलन करेगी, ताकि इस राज्य और देश के लोगों को पता चले कि कांग्रेस और झामुमो के लोग संविधान में विश्वास नहीं रखते और शरीयत के अनुसार काम करना चाहते हैं।’