Mahakumbh 2025 : महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान आज है। मौनी अमावस्या के दिन किया जाने वाला यह स्नान धार्मिक दृष्टि से बेहद अमह माना जा रहा है। आज के दिन सूर्य-बुध और चंद्रमा मकर राशि में त्रिग्रही योग भी बना रहे हैं। ऐसे में महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के दिन डुबकी लगाने से भक्तों को कई शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। स्नान के बाद दान-पुण्य और मौन व्रत रखना भी आज के दिन धार्मिक दृष्टि से कल्याणकारी है।
महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर पहुंचे अमृत स्नान के लिए
त्रिवेणी घाट पर अमृत स्नान के लिए महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर पहुंच गए हैं। उनके साथ अखाड़े के अन्य साधु और उनके भक्त भी त्रिवेणी घाट में डुबकी लगाएंगे।
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के दिन ब्रह्म मुहूर्त
मौनी अमावस्या के दिन किए जाने वाले महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर ब्रह्मा मुहूर्त सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 6 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। इस दौरान स्नान और दान करने को हिंदू धर्म में विशेष माना जाता है। ब्रह्म मुहूर्त के स्नान से आपको देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मौनी अमावस्या से पहले भीड़ का रिकॉर्ड टूट गया, 5 करोड़ श्रद्धालु आ गए, आज 10 करोड़ पार?
मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतो, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान मंगलवार को नए शिखर पर पहुंच गया। मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से एक दिन पूर्व मंगलवार को करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। यह महाकुम्भ में स्नानार्थियों की एक दिन में सर्वाधिक संख्या है। इसके साथ ही, महाकुम्भ में अब तक करीब 20 करोड़ लोगों ने स्नान कर लिया है।
पूरे महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु करेंगे स्नान
इससे पहले रविवार और सोमवार को भी 3 करोड़ से ज्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम में पावन स्नान किया था। योगी सरकार का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ और पूरे महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा लोग स्नान करेंगे। मंगलवार को रात 8 बजे तक 4.83 करोड़ लोगों ने स्नान कर लिया। यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। इससे पूर्व मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़, पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़, इसी रविवार को 1.74 करोड़ तो सोमवार को 1.55 करोड़ लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया। इसमें 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे।
रात होते-होते तेजी से बढ़ती गई भीड़
आपको शायद पता नहीं होगा कि दुनिया में 10 करोड़ से ज्यादा जनसंख्या वाले सिर्फ 12 देश हैं यानी अगर महाकुंभ कोई देश हो जाए तो कल वो दुनिया का 13वां सबसे बड़ी आबादी वाला मुल्क बन जाएगा। आज के स्नान के लिए श्रद्धालु कल ही प्रयागराज पहुंच गए थे। कल ही प्रयागराज में इतनी भीड़ है कि कहीं कोई जगह खाली दिखती ही नहीं।
महाकुंभ का सबसे बड़ा अमृत स्नान
- आज मौनी अमावस्या पर दुनिया के 72 देशों की कुल आबादी के बराबर लोगों के जुटने का अनुमान है
- इतनी बड़ी भीड़ इससे पहले किसी कुम्भ, महाकुम्भ या दुनिया के किसी आयोजन में कभी नहीं जुटी
- 2011 में यूपी की कुल आबादी लगभग 20 करोड़ थी।
- यूपी की कुल आबादी की आधी आबादी सिर्फ एक दिन में प्रयागराज में जुटेगी।
- दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ वोटर हैं, इससे 6 गुना ज़्यादा श्रद्धालु प्रयागराज में स्नान करेंगे।
- पूर्वोत्तर के 7 राज्यों की कुल आबादी मिलकर लगभग 2 करोड़ है।
- महाकुम्भ में कल मौनी अमावस्या के दिन पूर्वोत्तर के 7 राज्यों की कुल आबादी से 5 गुना ज़्यादा भीड़ संगम में डुबकी लगाएगी।
- 2011 की जनगणना के मुताबिक़ बिहार की कुल आबादी 10.40 करोड़ थी।
- महाकुम्भ में मौनी अमवस्या के दिन पूरे बिहार की आबादी के बराबर श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान है।
श्रद्धालु ज्यादा देर तक घाटों पर ना रुकें
29 जनवरी को मौनी अमावस्या का मुख्य महापर्व है। अमावस्या आज देर शाम से ही लग रही है पर उदया तिथि में ये स्नान 29 को भोर से पूरे दिन चलेगा इसके लिए भक्तों का रेला है। श्रद्धालुओं को संभालना महाकुंभ प्रशासन के लिए मुश्किल हो रहा है इसीलिए प्रशासन ने श्रद्धालुओं से कहा है कि संगम के सभी घाट समान रूप से पवित्र हैं इसलिए भीड़भाड़ से बचने के लिए वो जिस घाट पर पहले पहुंचें, वहीं स्नान कर लें। ये भी कहा गया है कि बेवजह श्रद्धालु ज्यादा देर तक संगम क्षेत्र और घाटों पर ना रुकें। स्नान करें और अपने गंतव्य की ओर बढ़ते चलें।
CM योगी ने दी मौनी अमावस्या की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर देश भर के श्रद्धालुओं को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है, ”सनातन आस्था के महापर्व महाकुम्भ-2025 में मौनी अमावस्या के महाव्रत में शामिल होने वाले सभी पूज्य संतों, साधकों एवं श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन एवं प्रदेश वासियों को मौनी अमावस्या की शुभकामनाएं। दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुम्भ 2025 प्रयागराज में ‘अमृत स्नान’ के महापुण्य को प्राप्त करने के लिए पधारे सभी साधु-संत गण, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हृदय से अभिनंदन। मां गंगा, भगवान भास्कर की कृपा आप सभी पर बनी रहे, सारे देशवासी एकजुट रहें, यही प्रार्थना है।”