Pahalgam Terror Attack : भारत की कूटनीतिक चाल से पड़ोसी पाकिस्तान पस्त; मजबूत इस्लामी देश भी भारत के साथ

Sushmita Mukherjee

Pahalgam Terror Attack : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले होने के बाद पूरे हिंदुस्तान में आक्रोश तो पाकिस्तान बेहाल और परेशान है। आर्थिक मोर्चे पर पहले ही बुरी तरह से घिरा पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई के चलते अलग-थलग पड़ सकता है। पहलगाम में बर्बर आतंकी हमला मामले में अमेरिका, रूस, इस्राइल, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान जैसे देश पहले ही भारत के रुख का समर्थन कर चुके हैं। अरब जगत ने भी कश्मीर में आतंकी हमले की निंदा की है और कहा है कि वह भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। मुस्लिम देशों में धमक रखने वाले सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश आर्थिक और कूटनीतिक कारणों से विश्व व्यवस्था (ग्लोबल ऑर्डर) में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण भारत के ज्यादा करीब आए हैं।

पहलगाम मामले में भारत सधी कूटनीतिक चाल चल रहा है। एक सरकारी सूत्र ने कहा कि आतंकवाद पर अब भेदभाव वाले दृष्टिकोण का दौर खत्म हो चुका है। अब दुनिया का कोई भी देश आतंकी हमलों पर पहले की तरह चयनित दृष्टिकोण नहीं अपना सकता। फिर पहलगाम में आतंकियों ने सुरक्षाबलों की नहीं निर्दोष लोगों की बर्बर हत्या की है। ऐसे में भारत के पास जवाबी कार्रवाई का हक है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत का रुख आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का है, न कि किसी देश विशेष पर हमला करने का। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने गुरुवार को जी-20 देशों के राजनयिकों को अपने इसी रुख से परिचित कराया, जिसे व्यापक समर्थन मिला है।

मुस्लिम देशों का नजरिया

सूत्र का कहना है कि इसकी बानगी 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद दिख गई थी। तब पाकिस्तान की तमाम कोशिशों के बावजूद सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने उसका साथ नहीं दिया था। भारत की इंडोनेशिया, तुर्की, कतर से भी नजदीकी बढ़ी। ऐसे में इन देशों का पाकिस्तान को समर्थन मिलना संभव नहीं है।

नई सदी में मजबूत हुई है भारत की स्थिति

बीते डेढ़ दशकों में भारत की वैश्विक छवि मजबूत हुई है, उसी तेजी से पाकिस्तान की छवि कमजोर हुई है। यूक्रेन से युद्ध लड़ रहे रूस को भी भारत की जरूरत है तो टैरिफ वॉर में उलझे अमेरिका को भी। इसके अलावा खाड़ी देश भी भारत का साथ छोड़ने की स्थिति में नहीं हैं।

अमेरिका, इस्राइल, स्पेन को पहलगाम हमले से जुड़े तथ्य साझा किए

भारत ने अमेरिका, इस्राइल और स्पेन के राजनयिकों को शुक्रवार को आतंकवाद के खिलाफ जंग की जानकारी दी। इस्राइली राजदूत रियुवेन अजार ने कहा कि हमने भीषण आतंकी हमले के लिए संवेदनाएं प्रकट कीं। यह महत्वपूर्ण क्षण है। हम भारत के साथ खड़े हैं। हमने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और सहयोग बढ़ाने के तरीकों से जुड़ी चिंता पर चर्चा की। अमेरिकी प्रभारी डी’अफेयर्स (सीडीए) जोर्गन के. एंड्रयूज, स्पेन के राजदूत भी विदेश मंत्रालय के साउथ कार्यालय में देखा गया। गुरुवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जर्मनी, जापान, पोलैंड, ब्रिटेन, रूस समेत कई देशों के राजनयिकों को पहलगाम हमले से जुड़े तथ्य साझा किए थे।

कुवैत के क्राउन प्रिंस सबा खालिद अल-हमद अल-सबाह ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को “पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले में हुई दुखद मौत पर” संवेदना व्यक्त की। बयान में कहा गया कि क्राउन प्रिंस ने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। कुवैत के अलावा सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने भी पहलगाम हमले पर एक बयान जारी किया है और कहा है कि वह दुख की घड़ी में भारत के साथ खड़ा है।

सऊदी अरब भी भारत के साथ
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, “हम हिंसा, उग्रवाद और नागरिकों को निशाना बनाने के सभी कायराना हरकतों को अस्वीकार करते हैं और भारत के साथ दृढता के साथ खड़े हैं। सऊदी अरब पीड़ित परिवारों और भारत सरकार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करता है।” बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा में भारत और सऊदी पक्षों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि आतंकवाद को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता।

संयुक्त अरब अमीरात ने भी की कड़ी निंदा

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्रालय ने भी मंगलवार को एक बयान में हमले की “कड़ी निंदा” की। वहां के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “यूएई इन आपराधिक कृत्यों की कड़ी निंदा करता है और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन में सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करने के उद्देश्य से हिंसा और आतंकवाद के सभी रूपों को स्थायी रूप से अस्वीकार करता है।” यूएई ने भारत सरकार और लोगों तथा इस जघन्य हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

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