Pahalgam Terror Attack : पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में सेना को आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की खूली छूट दे दी है. पीएम ने साफ कर दिया है कि सेना ऑपरेशन का समय और तरीका खुद तय करे, उन्हें सेना पर पूरा विश्वास है. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा तीनों सेना प्रमुख और सीडीएस जनरल अनिल चौहान भी मौजूद थे.
उच्चस्तरीय बैठक में पीएम के 10 बड़े संकल्प
सैन्य बलों को खुली छूट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में सैन्य बलों को खुली छूट दे दी है. इसका मतलब यह हुआ है कि अब सुरक्षा बल तय करेंगे कि कहां, कब और कैसे जवाब देना है.
ऑपरेशन का फैसला सेना लेगी
बैठक में यह भी साफ कर दिया गया है कि ऑपरेशन का फैसला सेना को लेना है. इसका मतलब यह है कि भारत की जवाबी कार्रवाई किस तरह की होगी और उसके लिए कौन समय बेस्ट होगा यह सेना को तय करना है.
टारगेट भी सेना तय करेगी
पीएम मोदी ने तीनों सेना प्रमुखों की बैठक में यह भी साफ कर दिया है कि इंतकाम के लिए किस तरह का टारगेट सेट करना है यह सेना तय करेगी. टारगेट क्या होगा यह भी सेना को ही तय करना है.
आतंकवाद को करारा जवाब राष्ट्रीय संकल्प: प्रधानमंत्री
आवास पर हुई इस हाई लेवल मीटिंग में पीएम ने कहा कि आतंकवाद को करारा जवाब देना दृढ़ राष्ट्रीय संकल्प है. उन्हें सेना की क्षमता पर पूरा भरोसा है.
हम आतंकवाद का खात्मा करेंगे
बैठक में प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि हम इसका खात्मा करेंगे. मुझे सेना की क्षमता पर पूरा भरोसा है.
कभी भी, कुछ भी हो सकता है
प्रधानमंत्री की ओर से सेना को खुली छूट दिए जाने के बाद अब इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि भारत कभी और किसी भी समय आतंकियों के खिलाफ एक्शन ले सकता है. हालांकि, आतंक और उसके आकाओं के खिलाफ सेना का एक्शन कैसा और किस तरह का होगा इसके बारे में कुछ भी कहना या अंदेशा लगाना जल्दबाजी होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि सेना की ओर से किए जाने वाले ऑपरेशन काफी गोपनीय तरीके से किए जाते हैं, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि भारत 26 मौतों का बदला लेकर रहेगा.
खौफ में पाकिस्तानी सेना और सरकार
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद और भारत सरकार के अभी तक के उठाए कदमों से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है. अब पीएम मोदी द्वारा सेना को खुली छूट देने के बाद पाकिस्तानी हुक्मरान टेंशन में आ गए हैं. पाकिस्तानी सेना पहले ही हाई अलर्ट पर है और भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर आशंकित हैं. पाकिस्तान सेना के अधिकारी भारत की कार्रवाई के डर से अपने परिवारों को विदेश भेज दिए हैं. पाकिस्तान ने एलओसी के आसपास सेना की तैनाती भी बढ़ा दी है.