Pahalgam Terror Attack : तनाव के बीच भारत का युद्ध मोड ऑन हो गया है. पाक से जंग से पहले भारत फूलप्रूफ तैयारी में जुट गया है. सात मई को देश में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल होगी. इसके लिए गृह मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं. गृह मंत्रालय ने राज्यों से 7 मई को प्रभावी नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल करने को कहा है.संभवत: 1971 के बाद देश में पहली बार सिविल मॉक ड्रिल होगी. इस सुरक्षा मॉक ड्रिल में हमले में खुद को बचाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी.
गृह मंत्रालय के निर्देश का मतलब
- भारत कुछ बड़ा एक्शन लेने वाला है.
- भारत के एक्शन के जवाब में पाकिस्तान युद्ध छेड़ सकता है
- पाकिस्तान से जंग के हालात में यह केवल सीमा तक सीमित नहीं रहेगा
- दिल्ली, मुंबई या दूसरे बड़े शहरों पर हमला करने की कोशिश कर सकता है पाकिस्तान
- इंडियन एयर फोर्स और एयर डिफेंस पाकिस्तान के मिसाइल और फाइटर जेट को भारतीय सीमा से घुसने नहीं देगा लेकिन भारत पूरी तैयार रहना चाहता है
- सिविल डिफेंस प्रोटोकॉल इजराइल या यूक्रेन में देखने को मिलता था जिससे पता चले कि एयर सायरन काम कर रहा है
गृह मंत्रालय ने राज्यों से ये उपाय करने को कहा है
- हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन
- शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण
- क्रैश ब्लैक आउट उपायों का प्रावधान
- महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को समय से पहले छिपाने का प्रावधान
- निकासी योजना का अद्यतनीकरण और उसका पूर्वाभ्यास
पीएम मोदी ने रक्षा सचिव से की मुलाकात
भारत ने 2019 में पुलवामा के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए सबसे भीषण हमले को लेकर भारत किसी को बख्शने वाला नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से मुलाकात की. अटकलें लगाई जा रही हैं कि नई दिल्ली हमले का क्या जवाब देगी. बैठक आधे घंटे से अधिक समय तक चली.यह बैठक प्रधानमंत्री द्वारा एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह से मुलाकात के एक दिन बाद हुई है. प्रधानमंत्री अब तक सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुखों से मिल चुके हैं.
पीएम मोदी ने दी है चेतावनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेतावनी दी है कि आतंकी हमले को अंजाम देने और इसकी साजिश रचने वालों को ऐसी सजा मिलेगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. यह भावना लगभग सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने दोहराई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक दिन पहले ही देश को आश्वस्त करते हुए कहा था कि “आप जो चाहते हैं वह निश्चित रूप से होगा”. इसके साथ ही उन्होंने भारत के अगले कदम को लेकर व्यापक संकेत दिए हैं.
भारत ने उठाए हैं कई कूटनीतिक कदम
भारत ने अब तक पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं, जिसमें 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करना भी शामिल है. यह ऐसा कदम है, जिसे भारत ने 1965 और 1971 के युद्धों और 1999 के कारगिल संघर्ष के दौरान भी नहीं उठाया था. साथ ही भारत में पाकिस्तान के मिशनों के राजनयिक कर्मचारियों की संख्या घटा दी है. पाकिस्तान ने जवाब में कहा है कि जल प्रवाह को रोकने के किसी भी कदम को युद्ध की कार्रवाई के रूप में देखा जाएगा और शिमला समझौते सहित सभी द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित करने की धमकी दी है.