SHIVRATRI : महाशिवरात्रि के दिन सभी शिवालय में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ती है. वहीं 12 ज्योतिर्लिंग में से एक झारखंड के देवघर के बाबा बैजनाथ धाम ज्योतिर्लिंग भी शामिल है. महाशिवरात्रि के दिन इस ज्योतिर्लिंग में पूजा अराधना करने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं.
झारखंड में देवघर का शिव बारात काफी चर्चा में रहता है. शिवरात्रि से पहले ही पूरे राज्य के लोगों में देवघर की शिव बारात को लेकर उत्साह बना रहता है. इस वर्ष शिव बारात के मेले को लेकर देवघर वासी भी उत्सुक हैं. क्योंकि पहली बार देवघर के शिव बारात को राज्य सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है.
सरकार द्वारा आयोजित किए जाने के कारण शिव बारात के सफल आयोजन को लेकर जिला प्रशासन जोर शोर से तैयारी में जुटा हुआ है. जिले के अधिकारी दिन रात कर्मचारियों से काम करवाने में लगा रखे हैं, ताकि देवघर में आयोजित होने वाले शिव बारात भव्य और आकर्षित बन सके. उपायुक्त विशाल सागर ने कहा कि पूर्व की तरह ही शिव बारात का रूट निर्धारित किया गया है. देवघर के केकेएन स्टेडियम से बाबा मंदिर तक शिव बारात निकाली जाएगी. इसके लिए रूट चार्ट भी जारी कर दिया गया है.
शिव बारात के रूट में केकेएन स्टेडियम से फव्वारा चौक, राम जानकी मंदिर, बजला चौक, बजरंगी चौक, रॉय एंड कंपनी चौक, टावर चौक, आजाद चौक, बड़ा बाजार चौक, भैरव बाजार चौक, बुद्धूराम शाह चौक, एसबी राय रोड, अवंतिका, कन्या पाठशाला, फव्वाड़ा चौक, विद्यापति चौक, डोमासी, नरसिंह सिनेमा, शिक्षा सभा चौक से चांदनी चौक और फिर आखिरी पड़ाव बाबा मंदिर होगा.
बारात की शुरुआत को लेकर केकेएन स्टेडियम में सारी तैयारी करने का निर्देश दे दिया गया है. डीसी ने बताया कि इस वर्ष सरकार की तरफ से कई झांकियां भी निकाली जाएंगी. जिसमें समाज की कुरीतियों एवं सरकार के बेहतर पहल की जानकारी दी जाएगी. वहीं देर रात शहर में लाइटिंग और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए हैं. शिव बारात के रूट में दोनों तरफ मर्करी और छोटे लाइट के अन्य काम भी किए जा रहे हैं.
26 फरवरी से पहले देवघर को पूरी तरह से सजाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि शिव बारात के दिन पूरे देवघरवासी इस मेले में हिस्सा ले सकें. वहीं सुरक्षा को लेकर जिले के एसपी ने कहा कि शिव बारात के दिन सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम कया जाएगा. स्टेडियम के अंदर और पूरे रूट लाइन में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती होगी. बाहर के जिलों से भी अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की मांग की गई है. जो केकेएन स्टेडियम से लेकर बाबा मंदिर तक अपनी पैनी नजर बनाए रखेंगे.
तारों की तरह जगमगा रहा है देवघर, शिव बारात में यह चीज रहेगी मुख्य आकर्षण का केंद्र
वैसे तो महाशिवरात्रि का दिन खास होता ही है, लेकिन देवघर के लोगों के लिए यह महाशिवरात्रि और भी खास हो जाती है. खास इसलिए क्योंकि महाशिवरात्रि के दिन देवघर में रात्रि के समय भव्य शिव बारात निकाली जाती है. इससे बारात में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं.इस साल महाशिवरात्रि के दिन देवघर में निकलने वाली शिव बारात पर्यटन विभाग के द्वारा निकाली जा रही है.
महाशिवरात्रि के दिन निकलने वाली शिव बारात को लेकर देवघर जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के द्वारा तैयारी पूरी की चुकी है. जगह-जगह पर बैरिकेडिंग लगाए गए हैं. कई रूट को भी डायवर्ट किया गया है. इसके साथ ही पूरे देवघर को चंदन नगर की लाइटों से सजाया गया है.
देवघर के चौक चौराहों पर लाइटो के द्वारा भगवान शिव की आकृति बनाई गई है, जो दिखने में काफी मनमोहक भी लग रहा है. पूरा देवघर दुल्हन की तरह सज चुका है. पूरा देवघर शहर तारों की तरह जगमगा रहा है.
देवघर की कई जगहों पर भगवान शिव की आकृति के साथ चौक चौराहे पर कई जानवर की आकृति बनाई गई है जैसे जीराफ, शेर इत्यादि., महाशिवरात्रि पर भी शिव बारात निकाली जाती है. उसमें सभी देवी देवताओं के साथ भूत, पिशाच, राक्षस की झांकी निकाली जाती है. हर साल एक ऐसा राक्षस होता है जो उस बारात का मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है.
इसी बारात में सभी राक्षस, भूत, पिशाच, सभी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहते हैं. इस साल की बारात में मुख्य आकर्षण का केंद्र विशालकाय हाफिया हॉफ नामक ड्रैकुला रहने वाला है.
देवघर में महाशिवरात्रि पर विशाल शिव बारात निकाली जाती है. यह शिव बारात शाम के करीब 6 बजे देवघर के केकेएन स्टेडियम से निकलती है. वहीं शहर के विभिन्न चौक चौराहे होते हुए बैद्यनाथ मंदिर पहुंचती है. इस बारात को देखने के लिए झारखंड, बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं.