टाइप-1 मधुमेह के बच्चों के उपचार के लिए मिशन मधुहारी

Hemant Chandidaan Ujjwal

नागौर जिले के तीन चिकित्सा संस्थानों में लागू होगी व्यवस्था

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगलकिशोर सैनी ने लिया जायजा

हेमंत चंडीदान उज्जवल
नागौर
: बचपन को सुरक्षित रखने और देश के स्वस्थ भविष्य के निर्माण को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य में एक नवाचार शुरू किया गया है। इस नवाचार को नाम दिया गया है मिशन मधुहारी, जो टाइप -1 मधुमेह से ग्रसित ऐसे बच्चों-किशोरों के लिए संचालित होगा, जिनकी आयु 18 वर्ष से कम हो। टाइप-1 मधुमेह के बच्चों के उपचार के लिए मिशन मधुहारी शुरू किया गया।

मिशन मधुहारी को प्राथमिक स्तर पर राज्य के नागौर, जोधपुर, उदयपुर तथा जयपुर के चिन्हित राजकीय चिकित्सा संस्थानों में शुरू किया गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगलकिशोर सैनी ने बताया कि एनसीडी कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुनीलसिंह के मार्गदर्शन में संचालित किए मिशन मधुहारी के तहत नागौर जिले के राजकीय मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र, पुराना अस्पताल, नागौर, राजकीय उप जिला अस्पताल डेगाना तथा राजकेीय उप अस्पताल जायल केा शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि मिशन मधुहारी में शामिल राजकीय चिकित्सा संस्थानों में विशेष रूप से क्लिनिक विकसित करते हुए यहां शिशु रोग विशेषज्ञ एवं जनरल मेडिसिन विशेषज्ञ को नियुक्त किया गया है।

नागौर के राजकीय मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र में मिशन मधुहारी के तहत विशेष क्लिनिक स्थापित करते हुए वहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मूलाराम कड़ेला तथा एमडी मेडिसिन डॉ. सहदेव चौधरी को नियुक्त किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगलकिशोर सैनी ने बुधवार को नागौर शहर में पुराना अस्पताल परिसर स्थित राजकीय मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र में विकसित किए गए मधुहारी क्लिनिक की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और यहां नियुक्त किए गए विशेषज्ञ चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर अस्पताल के प्रमुख चिकित्सक अधिकारी डॉ. सुषम्मा हर्ष , एफसीएलओ सादिक त्यागी मौजूद रहे।

हर शुक्रवार को होगी स्वास्थ्य जांच और उपचार

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगलकिशोर सैनी ने बताया कि मिशन मधुहारी के तहत टाइप-1 मधुमेह से ग्रसित 18 वर्ष की आयु तक के किशोर-किशोरियों के हैल्थ फॉलोअप, नियमित उपचार और दवा वितरण का कार्य माह के हर शुक्रवार को किया जाएगा। इस दिन विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा यहां हैल्थ चैकअप के लिए आने वाले टाइप -1 मधुमेह से ग्रसित बच्चों को निशुल्क इंसुलीन, एक-एक ग्लूको मीटर तथा प्रतिमाह के लिए सौ की संख्या में ग्लूको स्ट्रिप निशुल्क मुहैया करवाई जाएगी।

जनता क्लिनिक का निरीक्षण, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगलकिशोर सैनी ने बुधवार को पुराना अस्पताल परिसर में स्थित जनता क्ल्नििक का औचक निरीक्षण किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने यहां आमजन को मिल रही चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया। डॉ. सैनी ने यहां नियुक्त चिकित्सकीय व पैरामेडिकल स्टॉफ को जनता क्लिनिक से संबंधित हैल्थ प्रोटोकॉल सुचारू रखने तथा मरीजों को बेहत्तर स्वास्थ्य सेवाएं देने के निर्देश दिए।

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