Varanasi : गंगा आरती के आयोजन पर लगी अस्थायी रोक, इस कारण लिया गया फैसला

Dilip Kushwaha

Varanasi : महाकुंभ के पलट प्रवाह की वजह से काशी में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अब दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मां गंगा की आरती में उनसे कुछ दिन न आने की अपील की गई है। गंगा सेवा निधि ने बृहस्पतिवार को संस्था की ओर से श्रद्धालुओं से यह अपील किया गया कि वह अभी कुछ दिन आरती में न आएं।
दरअसल, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या आस पास के जिलों में स्थित दो अहम स्थान अयोध्या के राम मंदिर और वाराणसी में भी पहुंच रही है। इस कारण इन दोनों धार्मिक स्थलों पर भी भारी भीड़ देखने को मिल रही है। ऐसे में अब जानकारी सामने आई है कि भीड़ को देखते हुए वाराणसी में गंगा आरती के आयोजन पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की गई है।

5 फरवरी तक गंगा आरती स्थगित

गंगोत्री सेवा समिति प्रबंधन ने सूचित किया है कि अपरिहार्य कारणों से प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती को दिनांक 5 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। समिति ने श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों से अपील की है कि वे इस अस्थायी परिवर्तन को समझदारी के साथ स्वीकार करें और धैर्य बनाए रखें।

श्रद्धालुओं से संयम और सहयोग की अपेक्षा

इसके अलावा, अस्सी घाट और अन्य घाटों पर गंगा आरती कराने वाली समितियों ने भी जनसामान्य से अनुरोध किया है कि वे इस स्थिति में प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों और वैकल्पिक व्यवस्थाओं का पालन करें। समिति ने विश्वास जताया है कि जल्द ही परिस्थितियां अनुकूल होने पर आरती का आयोजन पूर्ववत् प्रारंभ होगा। गंगा आरती श्रद्धालुओं के लिए न केवल धार्मिक बल्कि आध्यात्मिक अनुभव भी है, ऐसे में समिति सभी श्रद्धालुओं से संयम और सहयोग की अपेक्षा करती है।

गंगा सेवा निधि प्रबंधन द्वारा दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं से अपील करते हुए बताया गया कि दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती का आयोजन अपरिहार्य कारणों से दिनांक 05 फरवरी 2025 तक जनसामान्य के लिए बंद रहेगी। इसी प्रकार शीतला घाट, अस्सी घाट आदि अन्य घाटों पर भी गंगा आरती करने वाली समितियों ने भी जनसामान्य/ दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं से अपील की है।

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