CRIMINAL MAYANK : लॉरेंस से दोस्ती, 40 से ज्यादा क्राइम केस और मोस्ट वांटेड का ठप्पा… कुख्यात मयंक सिंह अरेस्ट, अजरबैजान से लाया जा रहा झारखंड

Bindash Bol

CRIMINAL MAYANK : झारखंड राज्य के इतिहास में पहली बार किसी कुख्यात अपराधी को विदेश से गिरफ्तार कर वापस लाया गया है. यह कुख्यात अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा है. उस पर फायरिंग, हत्या , रंगदारी, धमकी सहित लगभग 40 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं. झारखंड पुलिस के लिए पहला ऐतिहासिक प्रत्यर्पण है. एटीएस की टीम उसे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट लेकर पहुंची, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.

देश के बाहर रहकर भी वह लगातार आपराधिक नेटवर्क का संचालन कर रहा था. झारखंड एटीएस एसपी ऋषभ झा के नेतृत्व में बनी टीम ने उसे अजरबैजान सरकार के सहयोग से मोस्ट वांटेड कुख्यात मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को अजरबैजान से गिरफ्तार कर, झारखंड लेकर पहुंची है. उसकी गिरफ्तारी झारखंड पुलिस और झारखंड एटीएस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.

कई बड़े वारदात को दिया है अंजाम

कुख्यात मयंक का लॉरेंस बिश्नोई गैंग और झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू गिरोह से भी संबंध हैं. मयंक सिंह विदेश में बैठकर अपने गिरोह से जुड़े गुरू और अन्य अपराधियों के माध्यम से झारखंड में कई बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम दिलवा रहा था. इन मामलों में हत्या, रंगदारी और फायरिंग के कई गंभीर वारदात शामिल है. पिछले कई महीनों की मेहनत और कानूनी प्रक्रिया के बाद आखिरकार, झारखंड पुलिस और एटीएस की टीम को बड़ी सफलता मिली है.

कहा कितने केस दर्ज

झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के अनुसार मयंक सिंह के खिलाफ झारखंड के विभिन्न स्थानों में कुल 48 मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा मामले मयंक के खिलाफ हजारीबाग जिला में दर्ज हैं. हजारीबाग के बड़कागांव, केरेडारी, कोर्रा, हजारीबाग सदर जैसे थानों में मयंक के खिलाफ दर्जन भर केस दर्ज है. इसके अलावा रांची, रामगढ़, पलामू और गिरिडीह में भी मयंक सिंह के खिलाफ मामले दर्ज हैं. एटीएस से मिली जानकारी के अनुसार मयंक सिंह के ऊपर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और राजस्थान में भी मामले दर्ज हैं. राजस्थान और छत्तीसगढ़ पुलिस भी मयंक सिंह से पूछताछ करेगी.

रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था मयंक के खिलाफ

पिछले पांच साल तक झारखंड पुलिस को यही पता नहीं था कि मयंक सिंह कौन है. एटीएस की टीम ने अथक प्रयास के बाद यह पता लगाया कि मयंक सिंह असल में सुनील मीणा है जो राजस्थान का रहने वाला है और विदेश में रहकर झारखंड में आपराधिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है. जिसके बाद उसके खिलाफ रेड कांर्नर नोटिस जारी किया गया और वह रेड कॉर्नर नोटिस के कारण ही अजरबैजान में पकड़ा गया था.

गैंगस्टर लॉरेंस के बचपन का दोस्त है मयंक सिंह

मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा अपराध की दुनिया का एक जाना माना नाम है. कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के बचपन के दोस्त मयंक सिंह का पूरा नाम सुनील सिंह मीणा है. अपराध की दुनिया में लॉरेंस और मयंक ने एक साथ कदम रखा था. अपराध के कई मामलों में मयंक जेल भी जा चुका है. लेकिन पिछले 2 साल वह मलेशिया में बैठकर लारेंस के कहने पर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर रहे अमन साव के साथ काम कर रहा था. अमन और लॉरेंस के बीच की अहम कड़ी मयंक सिंह ही था. इंटरनेट कॉल के जरिए कारोबारी को धमकी देना मयंक सिंह का प्रमुख काम था. मयंक सिंह सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव था और मलेशिया में बैठकर सोशल मीडिया के जरिए अपने गैंग को लेकर खुलकर अपने विचार भी रखता था.

डेढ़ साल पूर्व ही मयंक की हुई पहचान

पिछले साल तक झारखंड पुलिस के लिए मयंक सिंह एक अबूझ पहेली बना हुआ था. एटीएस के जांच में यह बात सामने आई की इंटरनेट कॉल के जरिये झारखंड के कारोबारियों को दहशत में डालने वाला मयंक सिंह असल मे सुनील कुमार मीणा है. सुनील कुमार मीणा मयंक सिंह के छद्म नाम का प्रयोग कर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर रहे अमन साहू के लिए काम करता था. झारखंड में शायद ही कोई ऐसा कारोबारी हो जिसे मयंक के द्वारा इंरनेट कॉल पर धमकी न दी गई हो. मयंक उर्फ सुनील मीणा के खिलाफ एटीएस थाना सहित झारखंड के एक दर्जन थानों में दर्जनों मामले दर्ज है.

पहचान के बाद कार्रवाई हुई थी शुरू

मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा के बारे में फूल फ्रूफ जानकारी मिलने के बाद झारखंड एटीएस की एक टीम राजस्थान के अनूपगढ़ जिला के नई मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़साना स्थित मीणा के घर डुगडुगी बजा कर इस्तेहार भी चस्पा किया था. एटीएस ने नई मंडी थाना की मदद से सुनील मीणा उर्फ मयंक सिंह के कई चल-अचल सम्पतियों का भी पता लगाया है. खौफ की कमाई के जरिये सुनील मीणा ने नया घर बनवाया है, साथ ही महंगी गाड़िया भी खरीदी है. एटीएस ने मयंक उर्फ सुनील मीणा के खिलाफ राजस्थान में कुर्की जब्ती भी की है.

पासपोर्ट ब्लॉक, रेड कॉर्नर नोटिस जारी

जैसे ही मयंक की पहचान हुई फौरन उसे खिलाफ आगे की कार्रवाई झारखंड एटीएस के द्वारा शुरू कर दी गई. झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने पूर्व में बताया था की झारखंड पुलिस के लिखित आग्रह पर सुनील मीणा का पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया था. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर दिया गया था.

क्या बोला प्रशासन?

झारखंड एटीएस एसपी ऋषभ कुमार झा ने कहा कि वह अमन साहू का संबंध अन्य कई गैंगस्टरों से भी है. उससे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि उसे रामगढ़ की एक अदालत में पेश करके पुलिस हिरासत मांगी जाएगी. उन्होने कहा कि हमें उम्मीद है कि विदेश में मौजूद बाकी अपराधियों को भी जल्द ही प्रत्यर्पण या निर्वासन के जरिए वापस लाया जाएगा. उसको पिछले साल अक्टूबर में अज़रबैजान के दातू में गिरफ्तार किया गया था.

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