PM Modi Speech in Lok Sabha : संविधान के सहारे पीएम मोदी ने नेहरू से राहुल गांधी तक हिसाब बताकर कांग्रेस को दिखाया आईना

Siddarth Saurabh

PM Modi Speech in Lok Sabha : संविधान पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू-गांधी परिवार के 4 पीढ़ी को एक साथ निशाने पर लिया. मोदी ने पंडित नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक पर बयानों के कई तीर चलाए. उन्होंने संविधान संशोधन को लेकर जहां पंडित नेहरू पर हमला बोला. वहीं अध्यादेश फाड़े जाने को लेकर राहुल गांधी की घेराबंदी की.

पीएम मोदी ने आज संसद में पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को लेकर अब तक किए गए संविधान पर हमले का बारीकी से पूरी संसद को समझाया और कांग्रेस को आईना दिखाया की एक पार्टी ने देश में 55 साल तक राज करते हुए कैसे संविधान की धज्जियां उड़ाई. इस दरमियान पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर कई तीर चलाएं. आईये इस स्टोरी के माध्यम से समझते हैं कि पीएम मोदी ने क्या-क्या तीर चलाए?

पंडित नेहरू को लेकर क्या बोले?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण के करीब 20 मिनट बीत जाने के बाद पंडित नेहरू को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू का अपना संविधान चलता था और वे अपने तरीके से काम करते थे.
उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू ने सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर कहा था कि अगर संविधान बदलने की जरूरत पड़ेगी तो इसे बदला जाएगा. मोदी ने संविधान में हुए पहले संशोधन का भी जिक्र किया.

मोदी ने आगे कहा कि पंडित नेहरू आरक्षण के विरोध में थे और उन्होंने इसको लेकर कई लंबी-लंबी चिट्ठियां लिखी थी. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जब सरदार पटेल को पीएम बनाने का प्रस्ताव पास किया गया था, तब नेहरू कैसे पीएम बन गए?

इंदिरा के मुंह सत्ता का खून लग गया
संसद में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी पर भी सियासी हमला बोला. पीएम ने कहा कि 1971 में इंदिरा ने संविधान में संशोधन कर खुद को मजबूत कर लिया. उन्होंने इस दौरान आपातकाल का भी जिक्र किया.

मोदी ने कहा कि जब-जब दुनिया में लोकतंत्र की चर्चा होगी, तब-तब आपातकाल का जिक्र किया जाएगा. आपातकाल लाकर इंदिरा ने खुद की सत्ता बचाई और देश को जेल में तब्दील कर दिया.

उन्होंने आगे कहा कि उस वक्त जिस जस्टिस खन्ना ने इसका विरोध किया, इंदिरा ने उस जज को चीफ जस्टिस नहीं बनने दिया. पीएम ने अपने भाषण में कहा कि इंदिरा ने ऐसे कानून बनाए, जिससे पीएम पर मुकदमा भी दर्ज न हो सके.

राजीव पर भी निशाना साधने से नहीं चूके
संसद में नरेंद्र मोदी राजीव गांधी पर भी खूब बोले. उन्होंने कहा कि जो खून मां के मुंह में लगा था, उसे बेटा ने भी बरकरार रखा. राजीव गांधी के वक्त देश में महिलाओं के अधिकार को कुचला गया.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि राजीव गांधी के वक्त ओबीसी आरक्षण का विरोध किया गया था. उस वक्त अगर आरक्षण लागू हुआ होता तो देश में आज कई ओबीसी अफसर होते.

सोनिया और राहुल भी रडार में आए
मोदी ने अपने भाषण में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी रडार पर रखा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान की बात करती है, लेकिन पार्टी अपना ही संविधान नहीं मानती है. मोदी ने इस दौरान सीताराम केसरी का जिक्र किया, जिनके साथ कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर बुरा बर्ताव किया था.

मोदी ने आगे कहा कि जब 2004 में मनमोहन सिंह की सरकार बनी तो गैर-संवैधानिक तरीके से एक व्यक्ति को पीएमओ के ऊपर बैठा दिया गया. उन्होंने मनमोहन के एक बयान के जरिए सोनिया पर निशाना साधा.

मोदी ने अध्यादेश फाड़े जाने को लेकर राहुल गांधी पर हमला बोला. मोदी ने कहा कि चुनी हुई सरकार का अध्यादेश फाड़ना घोर पाप है.

कांग्रेस के मुंह संविधान के शिकार का खून लगा, 6 दशक में 75 बार किया बदलाव

लोकसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने आरक्षण का विरोध किया था. पंडित नेहरू ने इसके लिए राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी. पीएम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने 6 दशक में एक दो बार नहीं बल्कि 75 बार संविधान में बदलाव किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब दिया. पीएम ने संविधान का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मुंह संविधान के शिकार का खून लग गया है. कांग्रेस पार्टी ने 6 दशक में एक दो बार नहीं बल्कि 75 बार संविधान में बदलाव किया. कांग्रेस की सरकार ने संविधान में संशोधन कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी पलट दिया.

पीएम ने कहा पंडित नेहरू ने संविधान में बदलाव के लिए राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी. कांग्रेस ने निरंतर संविधान की अवमानना की. संविधान के महत्व को कम किया. कांग्रेस का इतिहास इसके अनेक उदाहरणों से भरा पड़ा है. पहले पंडित नेहरू का अपना संविधान चलता था और इसलिए उन्होंने वरिष्ठ महानुभावों की सलाह मानी नहीं.

‘कांग्रेस ने देश की अदालत के पंख काट दिए थे’
प्रधानमंत्री ने कहा कि करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया, जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री जी ने बोया था उस बीज को खाद-पानी देने का काम एक और प्रधानमंत्री ने किया, उनका नाम था श्रीमती इंदिरा गांधी. सुप्रीम कोर्ट ने 1971 में एक फैसला दिया था, उस फैसले को संविधान में बदलाव करके पलट दिया गया. कांग्रेस ने हमारे देश की अदालत के पंख काट दिए थे.

कांग्रेस ने आरक्षण का भी विरोध किया था
पीएम ने आरक्षण का जिक्र करते हुए भी कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब बाबा साहब अंबेडकर भारत में संतुलित विकास के लिए आरक्षण लेकर आए तब कांग्रेस ने उसका विरोध किया था. दशकों तक मंडल कमीशन की रिपोर्ट को डिब्बे में डाल दिया था. देश ने जब कांग्रेस को हटाया तब जाकर ओबीसी को आरक्षण मिला. ये कांग्रेस का पाप है जो कभी धूल नहीं सकता.

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